इक्कीस दिन की लॉकडाउन की समय सीमा खत्म होने को हे ओर लॉकडाउन को लेकर राज्यों ने अपने अपने सुझाव भी देना शुरू कर दिये हे , ओर देशवासियों मे भी इक्कीस दिन कि अवधि को लेकर संशय बना हुआ है।

ऐसे मे सभी अपनी अपनी राय रख रहे हे कोई खत्म करने की बात कह रहा हे तो कोई इसे जारी रखने की सभी के अपने अपने तर्क भी हे। बैसे देश की स्थिति देखें ओर भारत के लोगों का व्यवहार देखें तो अभी विलकुल भी लॉकडाउन खत्म करने की जरूरत नहीं है।
देश मे जिस तरस से मरकस बालों ने इस वायरस को फैलाया हे उसे देखते हुए भी अभी इस लॉकडाउन को तीस अप्रैल तक बढाना चाहिए। क्योंकि मरकस से निकले जमाती प्रशासन के लिए चुनौती खडी कर रहे हे कहीं सही नहीं बाता रहे तो कहीं निकलकर सामने नहीं आ रहे दूसरे मस्जिदों मे नमाज़ पढने से भी बाज नहीं आ रहे । इनकी हरकतों ने पूरी मानवसमाज को मुसीबत खडी की हुई हे।गांव गांव मे इनका नेटवर्क फैला है ओर इनके द्वारा संक्रमण भी गांव तक पंहुचा हे।
ट्रेन ,वस,यातायात, फ्लाइट, मस्जिद, चर्च, मंदिर सहित सभी धार्मिक स्थल वंद रखे जाने चाहिए साथ ही किसी भी तरह की धार्मिक ओर सामाजिक गतिविधियों पर भी रोक होना चाहिए। जो स्थान हॉटस्पॉट बन गये हें वहां पूर्ण प्रतिवंध होना चाहिए ओर जहां ऐसा कुछ नहीं वहां छूट देना चाहिए ।