
भोपाल। कुछ दिनों पहले पलंग टूटने से गर्भवती महिला की मौत के मामले में खबरों में आया राजधानी का सुल्तानिया अस्पताल एक बार भी सुर्खियों में है। दरअसल भोपाल के सुल्तानिया जनाना अस्पताल के बाहर एक महिला की डिलेवरी हो गई, लेकिन बच्चा मृत पैदा हुआ।
पूरे मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को दोशी ठहराते हुए आरोप लगया है कि अस्पताल प्रबंधन ने महिला को समय पर भर्ती नहीं किया जिसकी वजह से बच्चे की मौत हुई है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के कोलार इलाके के गेहूंखेड़ा में रहने वाला अजमेर अपनी पत्नी को लेकर सुबह छह बजे अस्पताल पहुंचा था।
अजमेर का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने विवाद की बात कहते हुए उसकी पत्नी को भर्ती नहीं किया। चार घंटों तक वो दर्द से कराहती रही इसके बाद अस्पताल के बाहर ही नीम के पेड़ के नीचे डिलेवरी हुई।
डिलेवरी में मृत बच्चा पैदा हुआ जिसके बाद उसकी पत्नी को तत्काल भर्ती कर लिया गया। मृत बच्चे को लेकर अजमेर तलैया थाने पहुंचा। जहां उसने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन ने अजमेर के तमाम आरोपो को झुठला दिभोपाल। कुछ दिनों पहले पलंग टूटने से गर्भवती महिला की मौत के मामले में खबरों में आया राजधानी का सुल्तानिया अस्पताल एक बार भी सुर्खियों में है। दरअसल भोपाल के सुल्तानिया जनाना अस्पताल के बाहर एक महिला की डिलेवरी हो गई, लेकिन बच्चा मृत पैदा हुआ।
पूरे मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को दोशी ठहराते हुए आरोप लगया है कि अस्पताल प्रबंधन ने महिला को समय पर भर्ती नहीं किया जिसकी वजह से बच्चे की मौत हुई है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के कोलार इलाके के गेहूंखेड़ा में रहने वाला अजमेर अपनी पत्नी को लेकर सुबह छह बजे अस्पताल पहुंचा था।
अजमेर का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने विवाद की बात कहते हुए उसकी पत्नी को भर्ती नहीं किया। चार घंटों तक वो दर्द से कराहती रही इसके बाद अस्पताल के बाहर ही नीम के पेड़ के नीचे डिलेवरी हुई।
डिलेवरी में मृत बच्चा पैदा हुआ जिसके बाद उसकी पत्नी को तत्काल भर्ती कर लिया गया। मृत बच्चे को लेकर अजमेर तलैया थाने पहुंचा। जहां उसने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन ने अजमेर के तमाम आरोपो को झुठला दि courtesy patrika