
भोपाल | मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में शिवराज सिंह चौहान की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई होना है। उधर इस बीच चिन्मय मिश्र और सचिन जैन के द्वारा भी इस मामले में नागरिक याचिका दायर की गई है। कोरोना के चलते विधानसभा का बजट सत्र 26 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है। इस बीच कल सीएम कमलनाथ राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने पहुंचे और बाहर निकलकर कहा कि आज हमारे पास बहुमत है। राज्यपाल ने सीएम को दूसरी बार पत्र लिखकर 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर किसी को शक है तो वे अविश्वास प्रस्ताव ले आएं।
इस बीच कांग्रेस बेंगलुरु में मौजूद विधायकों को बंधक बनाए जाने का आरोप भी लगाती रही। भाजपा ने अपने विधायकों को सीहोर के रिसॉर्ट में रखा है, कांग्रेस विधायक भी भोपाल में ही मौजूद हैं। बता दे की कल विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद शिवराज सिंह के साथ भाजपा के 106 विधायक नाराजगी जताने राजभवन पहुंचे और राज्यपाल के सामने परेड की। शिवराज ने राज्यपाल को 106 विधायकों के साथ का पत्र भी सौंपा। राज्यपाल ने पूछा कि यहां सभी लोग स्वेच्छा से आए हैं? विधायकों ने कहा- हां। फिर राज्यपाल ने कहा कि निश्चिंत रहें, आपके अधिकारों के हनन नहीं होगा। लोकतंत्र बचाने की जिम्मेदारी मेरी है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ रणछोड़दास हैं। उनकी सरकार को कोरोनावायरस भी नहीं बचा सकता।