Sunday, October 19

ये कैसी सुंदरता

गंजबासौदा | नगर में चल रहे निर्माण कार्यो की गुणबत्ता पर पहले ही प्रश्न चिन्ह लगते आ रहे है | अब इसमें जय स्तम्भ चौक से रेलवे स्टेशन तक लगने वाली जाली और जयस्तंभ का सोंदर्यकरण भी जुड़ गया हैं | सौन्दर्यकरण के नाम पर नगर पालिका के इंजीनियरों द्वारा ऐसी बेहूदा डिजाइन बना कर नगर के लोगो की मेहनत की कमाई का दुरूपयोग किया जा रहा हैं दुर्भाग्य यह हैं नगरपालिका के मनमर्जी के कार्यक्रम के खिलाफ कोई भी आवाज उठाना पसंद नहीं करता हैं चाहे बर्तमान विधायक हो या पूर्व विधायक या पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हो और पूर्व पार्षद भी सब मौन रहकर नगर पालिका की भत्ता शाही और बेतुके निर्माणों पर मौन साधे रहते हैं | करोडो रूपए की विकास कार्यो को कराने के बाबजूद शहर की हालात वही के वही हैं |

शहर का विकास बगैर किसी ठोस योजना के कराये जाने से जहा करोड़ो रूपए के निर्माण कार्य तो हो जाते हैं पर नागरिको को सुविधाओं का आभाव रहता हैं नगरपालिका की चालाकी ऐसी रहती हैं की वह ऐसी जगह काम शुरू करती हैं जहा किसी की निगाह न जा जाये आज जयस्तंभ चौक पर रात्रि में अँधेरा रहता हैं बैसि ही चौराहे को चारो और से गुमठियों ने घेर रखा हैं सौन्दर्य के नाम पर शहर अपने आप को ठगा सा महसूस करता हैं | जिम्मेदार नेता अधिकारी मौन रहते हैं |

शैलेन्द्र विश्वकर्मा