Monday, September 22

अधिकारीविहीन नगर पालिका से कैसे हो गुणवत्ता की बाद

 basoda nagar palika, betwaanchal
basoda nagar palika, betwaanchal

गंज बासौदा करोडों रूपए के विकास कार्य करने वाली नगर पालिका अधिकारीविहीन नगर पालिका है जिसमें सीएमओ से लेकर यूडीटी तक नहीं है। वर्तमान में प्रभारी सीएमओ से काम चलाया जा रहा है। जल प्रदाय विभाग मेंं उपयंत्री का पद खाली है, राजस्व शाखा में आर आई नहीं है, निर्माण शाखा में सब इंजिनियर नहीं है, स्वास्थ शाखा में स्वास्थ अधिकारी नहीं है और तो और हेडक्लर्क भी प्रतिनियुक्ति पर विदिशा परियोजना शहरी विकास अभिकरण में अटेच चल रहे हैं। ऐसे में शहर में चल रहे करोडों रूपए के विकास कार्यों की गुणवत्ता कैसे की जा सकती है।

नगर पालिका नगर की ऐसी संस्था है जो नगर के मूलभूत ढंाचे को संचालित करती है और नगर के प्रति उसकी जबाबदेही भी ज्यादा रहती है। उसके द्वारा कराए जाने वाले कार्यों की यदि गुणवत्ता नहीं रहती है तो उसका प्रभाव शहर पर साफ देखा जा सकता है। गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को होना आवश्यक है। पर जिस नगर पालिका में अधिकारी ही नहीं है तो जिम्मेदारी किस बात की। भले ही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बने या बिगडे उससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है। इसका प्रभाव यह है कि शहर मे बनने वाली सडके समय के पहले ही धूल के गुबार में बदल जाती हैं, शहर में बनने वाले नाली नालों की स्थिति यह है कि उनसे पानी निकलता ही नहीं है। शहर में बनने वाले नवीन भवनों की स्थिति यह है जिसकी जैसी मर्जी वैसा वो निर्माण कर रहा है, उस पर कोई नियामेंा का प्रभाव दिखाई नहीं देता। ऐसी तमाम समस्याऐं इस शहर को घेरे हुए हैं। अधिकारी नहीं रहने से शिकायतों पर भी अमल नहीं किया जाता जब तक नगर पालिका में जिम्मेदार अधिकारी नहीं आयेंगें तब तक इसी तरह विकास को झेलना पडेगा।