प्रतीकात्मक चित्र
गंजबासौदा | शासन द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिताओ की रस्मअदायगी की जाती हैं | ऐसे में अच्छे खिलाडी अपनी प्रतिभा दिखाने से बंचित रह जाते हैं | देखने में आया हैं की खेल विभाग द्वारा जिन प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाता हैं उन प्रतियोगिताओ के लिए चंद स्कूलों की ही सुचना दी जाती हैं | और अन्य स्कूलो तक कोई जानकारी नहीं पहुँच पाती जिससे स्कूल अपने खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में नहीं भेज पाते |
यह एक तरह से एक घोटाला भी कहा जा सकता हैं या फिर शासकीय स्तर मक्कारी खैर जो भी हो पर यह एक बड़ा मामला हैं जिस पर शासन को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए प्रतियोगिता जब तक निष्पक्ष नहीं होगी तब तक अच्छे खिलाड़ियों के चयन संभब नहीं हैं | ऐसा लगता हैं की खेल विभाग को ये प्रतियोगिता करना बड़ा बोझिल सा लगता हैं | और वह बस खाना-पूर्ति करने के लिए चंद स्कूलों का चयन करती हैं |