Wednesday, October 22

एक बार फिर अटक सकता हैं ट्रिपल तलाक बिल

नईदिल्ली| केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज एक बार फिर राजयसभा में ट्रिपल तलाक बिल पेश किया हैं. जिसका विरोध एक बार फिर राजनितिक पार्टिया कर रही हैं जिसे देख कर ऐसा लगता हैं की ट्रिपल तलाक बिल एक बार फिर अटक सकता हैं वही ट्रिपल तलाक बिल पर सरकार का यह कहना है कि यह विधेयक लैंगिक समानता और न्याय की दिशा में एक कदम है। विपक्ष ने तत्काल तीन तलाक समेत सात विधेयकों पर सरकार को रोकने की रणनीति बनाई है। विधेयक में तत्काल तीन तलाक को अपराध करार दिया गया है और साथ ही दोषी को जेल की सजा सुनाए जाने का भी प्रावधान किया गया है।

विपक्ष ने अहम विधेयकों को विधायी कसौटी पर परखे बिना धुंआधार गति से पारित कराने को लेकर सरकार को आगाह किया है। संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष की घेरेबंदी के लिए हुई विपक्षी दलों की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि मनमाने तरीके से विधेयकों को पारित कराने के सरकार के प्रयासों का जोरदार विरोध किया जाएगा।