जम्मुकश्मीर| जम्मूकश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती आज एक वार फिर एक विवादित बयान दिया हैं, जिससे राजनीती में हलचल मच गयी हैं. महबूबा ने कहा कि ‘हर साल अमरनाथ यात्रा निकाली जाती है। लेकिन बदकिस्मती से इस बार जो इंतजाम किए गए हैं वे कश्मीर के लोगों के खिलाफ हैं। इन इंतजामों की वजह से यहां के स्थानीय लोगों को रोजाना काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें।’
उनके इस बयान के बाद राजनीती के गलियारे में हलचल मच गयी हैं मेहबूबा का बयान ऐसे वक्त में आया हैं जब कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था, ‘‘जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान अंतिम दौर में है। राज्य में आतंकवाद खात्मे की कगार पर है। उम्मीद है कि अगले साल 2020 में अमरनाथ यात्रा के लिए किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।’’
कई टीमें हैं तैनात
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला के मुताबिक, यात्रा मार्ग पर कुछ जगहों पर फायर फाइटिंग टीम, एक्सरे बैगेज स्कैनिंग यूनिट्स और 27 रेस्क्यू टीम भी तैनात की गई हैं। नीलगढ़, पांजतारनी और पहलगाम में हेलिपैड बनाए गए हैं। रास्ते में बारकोड प्वाइंट्स और दूरसंचार के भी इंतजाम हैं। पुलिस की 11 माउंटेन रेस्क्यू टीम महिलाओं और बीमार यात्रियों की मदद कर रही हैं। 12 एवलॉन्च रेस्क्यू टीम भी तैनात हैं।