Sunday, October 26

सरकारी टीचरो ने किताब रखकर दी परीक्षा फिर भी नहीं आये अच्छे ग्रेड

भोपाल|इस बार जिन स्कूलों का बार्षिक परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से काम बना हैं| उस स्कूलों के शिक्षकों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से राजधानी के उत्कृष्ट विद्यालय में  परीक्षा आयोजित की गयी|इस परीक्षा में अधिकांश शिक्षक ऐशगाब क्षेत्र के बाग-उमराव दुल्हा स्कूल के बताए जा रहे है। परीक्षा देने वाले शिक्षकों की कॉपियों का मूल्यांकन भी कर लिया गया है। इसमें सामने आया कि अधिकांश शिक्षकों को सी और डी ग्रेड मिला है। लिहाजा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक ही किताब खोलकर सी और डी ग्रेड पा रहे है तो इन स्कूलों के छात्रों का क्या हाल होता होगा?

इस परीक्षा में 22 शिक्षकों को उपस्थित होना था लेकिन 15 शिक्षक ही उपस्थित हुए | इस परीक्षा से पहले तय किया गया था कि जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब रहा है। उन स्कूलों के विषयवार खराब रिजल्ट वाले टीचर्स की परीक्षा ली जाए और उसमें फेल होने वाले टीचर्स के खिलाफ कार्यवाही की जाए। लेकिन इस परीक्षा का अध्यापकों के तमाम संगठनों ने विरोध किया और स्कूल शिक्षा विभाग ने किताबें साथ रखकर परीक्षा देने की छूट दी। नकल के सहारे परीक्षा कराने और उसमें भी किसी शिक्षक को फेल न किए जाने के आदेश जारी होने के बाद परीक्षा मजाक बन गई है।