Sunday, October 26

वायु चक्रवात ने बदला अपना रास्ता,फिर भी रहेगा उसका असर

गुजरात| अरब सागर में उठा वायु चक्रवात गुजरात तट से नहीं टकराएगा। मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने गुरुवार सुबह बताया कि पिछले 6 घंटों में तूफान की दिशा बदली है। फिलहाल यह वेरावल से 130 किमी दक्षिण-पश्चिम और पोरबंदर से 180 किमी दक्षिण में है। चक्रवात वेरावल, पोरबंदर, द्वारका और सौराष्ट्र तट के पास से गुजरेगा। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 135-160 किमी/घंटा तक हो सकती है। दीव, गिर, सोमनाथ, जूनागढ़, पोरबंदर और द्वारका में भारी बारिश हो सकती है। यहां के 500 से ज्यादा गांव खाली करा लिए गए। बुधवार रात तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

तूफान के चलते रेल, सड़क और वायु यातायात सेवाएं बाधित हो गई हैं। पोरबंदर समेत प्रभावित इलाकों के हवाई अड्डों से उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। चार सौ उड़ानों पर असर पड़ा है। पश्चिम रेलवे ने 70 ट्रेनों को कैं‍सिल कर दिया है। 28 के रूट को कम कर दिया है। वायु से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि प्रशासन ओडिशा सरकार के साथ संपर्क में है, ताकि तूफान फैनी के जैसे नुकसान को कम करने के तरीकों की जानकारी मिल सके। सभी कर्मचारियों को छुट्टी रद्द कर ड्यूटी पर लौटने को कहा है। तटीय इलाकों में सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों को 13 और 14 जून को बंद रखा जाएगा।