Thursday, October 23

आर्थिक जगत

चुनाव खत्म, सख्ती शुरू:वोटिंग खत्म होने के अगले ही दिन बंगाल में मॉल से लेकर जिम तक सब बंद, सार्वजनिक-सांस्कृतिक जमावड़ों पर रोक
आंदोलन, आर्थिक जगत, कहानी, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

चुनाव खत्म, सख्ती शुरू:वोटिंग खत्म होने के अगले ही दिन बंगाल में मॉल से लेकर जिम तक सब बंद, सार्वजनिक-सांस्कृतिक जमावड़ों पर रोक

विधानसभा चुनाव के बाद आखिरकार पश्चिम बंगाल की सरकार ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सख्त फैसला लिया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को बंगाल में सभी सार्वजनिक स्थल अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है। इस दौरान सार्वजनिक और सांस्कृतिक जमावड़ों पर भी रोक रहेगी। केवल बाजारों को दिन में 2 बार खुलने की छूट मिलेगी। बंगाल में गुरुवार को ही आठवें और अंतिम चरण की वोटिंग हुई है। इसके अगले दिन शुक्रवार को राज्य सरकार ने बंगाल में सभी सार्वजनिक स्थलों को बंद करने का आदेश दिया है। बंगाल में अब किन चीजों पर पाबंदी सभी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, ब्यूटी पार्लर, सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट-बार, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, जिम, स्पा और स्वीमिंग पूल बंद रहेंगे।सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक और शैक्षणिक जमावड़ों पर रोक लगा दी गई है।मतगणना और जीत की रैलियों के दौरान चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करना होगा। काउंटिंग ...
आर्थिक जगत, कहानी, भोपाल संभाग, राज्य समाचार, विदिशा, विविध

स्रोत बंद:ऋण के ब्याज की किश्त के साथ बिजली बिलों में राहत दे सरकार

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश जैन ने कलेक्टर डॉ पंकज जैन को गुरुवार को ज्ञापन दिया। मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन देकर बताया कि कोरोना के चलते बाजार के सभी प्रतिष्ठान बंद है। व्यापारियों के आय के स्रोत बंद होने के कारण वे बैंकों द्वारा लिए हुए ऋण के ब्याज की किस्त चुकाने में असमर्थ हैं। इसलिए बैंकों द्वारा इस ब्याज की किस्त को आगामी 3 माह के लिए छूट दी जाए। साथ ही कोरोना काल में लगभग सभी व्यापारियों के प्रतिष्ठान बंद हैं और छोटे उद्योग भी बंद है। ऐसे में व्यापारियों को बिजली के बिल जो कि मीटर की रीडिंग के अनुसार हैं, उनके अनुसार ही बिजली के बिल दिए जाएं। ताकि आम व्यापारी मध्यमवर्ग पर अनावश्यक बोझ न पड़े। घरों के भी बिजली के बिल रीडिंग के अनुसार लिए जाएं। राहत की मांग करने वालों में राहुल अग्रवाल, राजेश जैन प्रीत आद...
MP में कल से वैक्सीनेशन पार्ट-3 नहीं:2.5 लाख डोज की पहली खेप 3 मई तक मिली तो ही 18+ लोगों को 5 मई से टीका; कमलनाथ का सरकार पर तंज- न ऑक्सीजन न इंजेक्शन..अब वैक्सीन भी नहीं
आर्थिक जगत, कहानी, भोपाल संभाग, राज्य समाचार, विविध, हैल्थ

MP में कल से वैक्सीनेशन पार्ट-3 नहीं:2.5 लाख डोज की पहली खेप 3 मई तक मिली तो ही 18+ लोगों को 5 मई से टीका; कमलनाथ का सरकार पर तंज- न ऑक्सीजन न इंजेक्शन..अब वैक्सीन भी नहीं

मध्यप्रदेश में 1 मई से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू नहीं हो सकेगा। सीरम इंस्टीट्यूट ने सरकार से कहा है, 3 मई तक 2 से ढाई लाख डोज उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। ऐसे में सरकार की तैयारी है कि यदि ढाई लाख डोज मिल जाते हैं, तो 5 मई से 18+ वालों के टीकाकरण का अभियान शुरू किया जा सकता है। सरकार ने सीरम को 45 लाख डोज सप्लाई करने का ऑर्डर दिया है। सरकार ने भारत बायोटेक से भी वैक्सीन सप्लाई के लिए बात की थी, लेकिन वहां भी फिलहाल सार्थक जवाब नहीं मिला है। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि न इलाज, न बेड हैं। न इंजेक्शन दिया न ऑक्सीजन। अब जीवन बचाने में मददगार वैक्सीन भी नहीं है। जनता भगवान भरोसे है, यह कैसे अच्छे दिन हैं? मंत्रालय सूत्रों ने बताया, मध्य प्रदेश में गुुरुवार तक 1 मई को वैक्सीन लगवाने के लिए 18 से 45 साल तक के 19 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था, लेक...
बांस-बल्ली से लॉक होंगे गांव:इंदौर के गांवों में भी सख्त कर्फ्यू; किराना, खेती का सामान और खाद-बीज की दुकानें सिर्फ मंगलवार-शुक्रवार खुलेंगी
आर्थिक जगत, भोपाल संभाग, राज्य समाचार, लाइफ स्टाइल, विविध, संपादकीय, हैल्थ

बांस-बल्ली से लॉक होंगे गांव:इंदौर के गांवों में भी सख्त कर्फ्यू; किराना, खेती का सामान और खाद-बीज की दुकानें सिर्फ मंगलवार-शुक्रवार खुलेंगी

वीकेंड लॉकडाउन के साथ इंदौर 10 मई की सुबह तक लॉक (कोरोना कर्फ्यू) में ही रहेगा। राज्य सरकार ने इसे चौथी बार बढ़ा दिया है। कोरोना संक्रमण को लेकर हुई बैठक के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है। इसी के बाद जिलों ने आदेश निकालना शुरू कर दिया है। इंदौर के साथ 34 जिलों में 30 अप्रैल की सुबह तक पहले से बंद है। अब इन जिलों के कलेक्टर नए सिरे से 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू का आदेश निकालेंगे जिसके तुरंत बाद वीकेंड शनिवार-रविवार की पाबंदियां भी लग जाएंगी। यानी 10 मई की सुबह 6 बजे से पहले लॉकडाउन में ढील संभव नहीं दिख रही है। उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने यहां भी सख्त कोरोना कर्फ्यू लागू करने का आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि यदि ज्यादा केस मिलें तो उस एरिया को बांस-बल्ली से सील कर दिया जाए। आदेश के तहत अब महू, सांवेर, देपालपुर, खुड़ैल, हातोद की स...
कोवैक्सिन है दमदार:कोरोना के भारतीय वैरिएंट 617 को भी बेअसर कर सकती है कोवैक्सिन, अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट का दावा
आर्थिक जगत, कहानी, देश विदेश, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, हैल्थ

कोवैक्सिन है दमदार:कोरोना के भारतीय वैरिएंट 617 को भी बेअसर कर सकती है कोवैक्सिन, अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट का दावा

कोरोना के खतरनाक होने के बीच स्वदेशी कोवैक्सिन को लेकर अच्छी खबर आई है। अमेरिका के चीफ मेडिकल एडवाइजर और महामारी के टॉप एक्सपर्ट डॉ. एंथनी फौसी के मुताबिक कोवैक्सिन कोरोना के नए वैरिएंट 617 को बेअसर करने में भी कारगर है। फौसी का कहना है कि भारत में कोवैक्सिन लगवाने वाले लोगों के डेटा से वैक्सीन के असर के बारे में पता चला है। इसलिए भारत में मुश्किल हालात के बावजूद वैक्सीनेशन काफी अहम साबित हो सकता है। क्या है वैरिएंट 617 ?भारत में कोरोना के मामलों में आई अचानक तेजी की वजह 617 वैरिएंट को ही माना जा रहा है। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली और महाराष्ट्र में आ रहे हैं। ICMR भी कह चुकी- कोवैक्सिन डबल म्यूटेंट खिलाफ भी कारगरइंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने 20 अप्रैल को कहा था कि कोवैक्सिन डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट के खिलाफ भी प्रोटेक्शन देती है। अपनी स्टडी के आधार पर IC...
कोरोना में सांसों का संकट:आखिर जरूरत से ज्यादा उत्पादन करने वाले भारत में क्यों पैदा हुआ इतना बड़ा ऑक्सीजन संकट? अब इस चुनौती से कैसे निपटा जा रहा है
आर्थिक जगत, कहानी, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय, हैल्थ

कोरोना में सांसों का संकट:आखिर जरूरत से ज्यादा उत्पादन करने वाले भारत में क्यों पैदा हुआ इतना बड़ा ऑक्सीजन संकट? अब इस चुनौती से कैसे निपटा जा रहा है

भारत अब तक जरूरत से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करता रहा था, लेकिन कोविड की दूसरी लहर ने भारत में इस समय अभूतपूर्व ऑक्सीजन संकट खड़ा कर दिया है। देश के कई हिस्सों में अस्पताल पर्याप्त ऑक्सीजन पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अलग-अलग राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों के तड़प-तड़प कर मरने की खबरें आ रही हैं। इसी बीच रोजाना कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर साढ़े तीन लाख को पार कर गया है। इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक भारत की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़कर 9 हजार मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई है। तो अपनी जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले भारत में ऑक्सीजन संकट क्यों है? इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि भारत में ऑक्सीजन संकट की वजह उत्पादन क्षमता नहीं बल्कि ट्रांसपोर्टेशन के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का न होना है। पूर्वी राज्यों में ज्यादा उत्पादन, मध्य भारत में कमभारत में ...
18+ के वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू:महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में लोगों को करना होगा वेट; लेकिन जानें क्या हैं बिहार, MP और झारखंड की तैयारी
आर्थिक जगत, कहानी, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, हैल्थ

18+ के वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू:महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में लोगों को करना होगा वेट; लेकिन जानें क्या हैं बिहार, MP और झारखंड की तैयारी

अब तक हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 साल से ज्यादा उम्र और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही थी। एक मई से केंद्र सरकार ने 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगवाने की मंजूरी दे दी है। इसको लेकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 28 अप्रैल से शुरू हो गई है। इस बार वैक्सीनेशन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही होगा। यानी अस्पताल या वैक्सीनेशन सेंटर पर रजिस्ट्रेशन की सुविधा नहीं होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद मैसेज आने पर वैक्सीन लगाने सेंटर पर जाना होगा। इसको लेकर राज्यों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और वैक्सीन सप्लाई के लिए ऑर्डर दिए जा चुके हैं। MP में 18 से 45 साल के बीच 3.41 करोड़ आबादीमध्यप्रदेश में 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इन्हें मुफ्त में वैक्सीन लगाने की घोषणा की है। रा...
MP में कोरोना ने बढ़ाई मुसीबत:इंदौर समेत 24 जिलों में ICU बेड फुल; 7 शहरों में 3 मई तक लॉकडाउन, इंदौर-ग्वालियर पर फैसला आज
आर्थिक जगत, कहानी, भोपाल संभाग, राज्य समाचार, विविध, हैल्थ

MP में कोरोना ने बढ़ाई मुसीबत:इंदौर समेत 24 जिलों में ICU बेड फुल; 7 शहरों में 3 मई तक लॉकडाउन, इंदौर-ग्वालियर पर फैसला आज

मध्यप्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 23% बनी हुई है। एक्टिव केस 91 हजार से ज्यादा हो गए हैं। अधिकतर अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड और ICU की बड़ी किल्लत पैदा हो गई है। मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं। इंदौर समेत प्रदेश के 24 जिलों में नए मरीज भर्ती करने के लिए ICU और HDU (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) के एक भी बेड नहीं हैं। संक्रमण रोकने के लिए भोपाल समेत 7 शहरों में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इंदौर और ग्वालियर में लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला आज लिया जाना है। ग्वालियर के निजी हॉस्पिटलों में 22%, जबलपुर में 7%, उज्जैन में 4% ICU बेड खाली हैं। भोपाल में सभी सरकारी अस्पताल फुल हैं। सिर्फ पीपुल्स अस्पताल में कुछ बेड खाली हैं। अब सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि जिस रफ्तार से एक्टिव केस बढ़ रहे हैं, उस हिसाब से प्रदेश के निजी और सरकारी अस्पतालों में करीब 10 हजार बेड बढ़ाए जाएं। ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 29 हजार बेड बढ़ा...
विदेश से मदद की पेशकश:ब्रिटेन ने कहा- भारत हमारा मित्र देश, इस मुश्किल वक्त में हम साथ खड़े हैं, EU और ईरान ने भी सहयोग का भरोसा दिया
आर्थिक जगत, कहानी, खेल जगत, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय, हैल्थ

विदेश से मदद की पेशकश:ब्रिटेन ने कहा- भारत हमारा मित्र देश, इस मुश्किल वक्त में हम साथ खड़े हैं, EU और ईरान ने भी सहयोग का भरोसा दिया

कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को मित्र देशों ने मदद की पेशकश की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार शाम एक बयान जारी किया। कहा- इस मुश्किल वक्त में हम भारत के साथ खड़े हैं। हम लगातार भारत सरकार के संपर्क में हैं। भारत हमारा मित्र देश है और कोविड-19 के खिलाफ इस जंग में हम उसका पूरा साथ देंगे। जॉनसन के बयान के कुछ देर बाद ब्रिटेन सरकार के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया। कहा- भारत को तुरंत 600 मेडिकल इक्विपमेंट्स भेजे जा रहे हैं। इनमें ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर्स और वेंटिलेटर्स शामिल हैं। दूसरी तरफ, बुर्ज खलीफा को भारतीय तिरंग के रंग में रंगा गया। इसके जरिए भारत के साथ खड़े होने का संदेश दिया गया। फ्रांस और जर्मनी भी मदद को तैयारभारत में मेडिकल ऑक्सीजन कैपेसिटी बढ़ाने के लिए फ्रांस और जर्मनी ने तैयारी कर ली है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने इसे ‘मिशन सपोर्ट इंडिया’ न...
शिवसेना का केंद्र और सुप्रीम कोर्ट पर निशाना:सामना में लिखा- पूरा देश श्मशान और कब्रिस्तान बनता नजर आ रहा है, क्या यही नरक है?
आंदोलन, आर्थिक जगत, कहानी, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय, हैल्थ

शिवसेना का केंद्र और सुप्रीम कोर्ट पर निशाना:सामना में लिखा- पूरा देश श्मशान और कब्रिस्तान बनता नजर आ रहा है, क्या यही नरक है?

मुंबई से सटे विरार वेस्ट में शुक्रवार तड़के एक प्राइवेट अस्पताल में लगी आग से 15 मरीजों की मौत हो गई। इस घटना पर शिवसेना ने शनिवार को सामना में संपादकीय लिखते हुए केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधा है। संपादकीय का टाइटल है 'नरक यही है क्या?' इसमें शिवसेना ने कोरोना की मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट से सवाल भी पूछा गया है। सामना में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने अब देश में कोविड की स्थिति का नोटिस लिया है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट अगर नेताओं, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के रोड शो और हरिद्वार कुंभ को लेकर सही समय पर ध्यान देता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती। भाजपा और केंद्र पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने लिखा है, 'मोदी और उनके सहयोगियों को देश को स्वर्ग ही बनाना था। उसके लिए ही उन्होंने वोट मांगे, लेकिन अब देश श्मशान और कब्रिस्तान बनता नजर आ ...