नाली का पानी छानकर प्यास बुझाने को मजबूर आदिवासी, विकासखंड में नहीं एक भी हैंडपंप
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पाटी विकासखंड के कई गांव इन दिनों भीषण जल संकट से जूझ रहे हैं। गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और इसके साथ ही पानी के संकट ने इन ग्रामीणों की ज़िंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। हालात ऐसे हैं कि ग्रामीण सूखे नालों के किनारे गड्ढे खोदकर उसमें रिसकर आने वाला गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। जिस पानी से हाथ भी नहीं धोया जा सकता, वही पानी यहां के लोग छान-छानकर पी रहे हैं।
ग्राम पंचायत चौकी के अंतर्गत आने वाले मतरकुंड इलाके में अधिकतर आबादी आदिवासी समुदाय की है। यहां के हालात बेहद चिंताजनक हैं। पूरे गांव में एक भी हैंडपंप नहीं है, और ना ही कोई वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध है। सरकार की नल जल योजना का कोई असर यहां नहीं दिखाई देता। ऐसे में लोग नालों के किनारे खुद गड्ढे खोदते हैं और उसमें जो गंदा पानी रिसता है, उसी को छानकर पीते हैं। यह न केवल स्वास्थ्य के...