Sunday, September 28

सोशल मीडिया का मिला साथ 28 साल बाद मिला पिता से

इंदौर | सोशल मिडिया आज एक समय में बहुत ही महत्बपूर्ण संसाधन बन गया हैं, सोशल मिडिया ने न जाने कितने बिछड़े परिवारों को एक दुसरे से मिलाया हैं हाल ही में सोशल मिडिया की मदद से एक बेटे ने अपने पिता को पूरे 28 साल के बाद ढून्ढ निकला हैं दरअसल किसी बात से नाराज होकर बालाकृष्ण के पिता जैतराम 28 साल पहले परिवार छोड़कर चले गए थे। जिस वक्त उन्होंने घर छोड़ा था, तब बालकृष्ण तीन वर्ष और बहन मंजू मात्र आठ महीने की थी। धीरे – धीरे समय बीतता गया समय के साथ दोनों भाई बहन बड़े हुए तो उन्हें यह तो पता लगा कि उनके भी पिता हैं, लेकिन यह नहीं मालूम था कि वे दिखते कैसे हैं। दसवीं पास करने के बाद जब बालकृष्ण ने होश संभाला तो पिता की खोज शुरू कर दी। मंदिरों, धर्मशालाओं, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर उन्होंने सैकड़ों बार पिता को तलाशा। पिता की तलाश में उसने देवास, उज्जैन, ओंकारेश्वर भी कई बार ढूंढने पहुंचे। पिता को तलाशने की जिद ऐसी थी कि जब कुछ पैसे जुड़ जाते तो वे सांवरिया सेठ, नाथद्वारा और खाटू श्याम तक भी तलाशने पहुंच जाते थे और भगवान से हमेशा यही मांगते की उन्हें उनके पिता मिल जाये और अब शायद भगवान् ने उनकी बात सुन ली और उन्होंने आखिर कार अपने पिता को ढून्ढ लिया बालकृष्ण के रिश्तेदारों को उसकी तलाश के बारे में पता था। राजस्थान में उसने रिश्तेदारों के पास पिता का फोटो भेज रखा था। पिछले रक्षाबंधन पर बालकृष्ण के एक रिश्तेदार ने खाटू श्याम में जैतराम की शक्ल वाले व्यक्ति को देखा। उन्होंने तत्काल बालकृष्ण को यह बात बताई।बालकृष्ण जब वहां पहुंचे तब तक वह शख्स कहीं जा चुका था। 31 मार्च को एक अन्य रिश्तेदार हेमेंद्र को खाटू श्याम में उक्त शख्स दिखाई दिया, तो उन्होंने तत्काल बालकृष्ण को फोन किया। इस पर बालकृष्ण ने उससे उक्त व्यक्ति की तस्वीर या वीडियो भेजने को कहा। विडियो से उन्होंने अपने रिश्तेदारों की मदद से पिता को पहचान और उन्हें अपने घर ले आये |