नईदिल्ली। लोकसभा चुनावों में मिली ऐतिहासिक हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर कई सवाल उठ चुके हैं, लेकिन अब पार्टी के एक नेता ने इन्हें छुट्टी लेने की सलाह दे डाली है। पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता और कांग्रेस वर्किंग कमिटी के पूर्व सदस्य जगमीत सिंह बराड़ का कहना है कि चुनाव में मिली करारी हार के मद्देनजर अगर सोनिया और राहुल दो साल का ब्रेक ले लेते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। उनके इस बयान पर शुक्रवार को काफी बवाल मचा। विपक्षी पार्टियों ने जहां इस बयान के जरिए सोनिया-राहुल और कांग्रेस पर हमला बोला वहीं कांग्रेस के भीतर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी। बाद में बराड़ ने सफाई दी और कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया और उन्होंने कभी किसी को छुट्टी पर जाने की बात नहीं कही।
पार्टी कमान नए हाथों में सौंपने की मांग: पंजाब से सांसद रह चुके बराड़ ने कहा कि कांग्रेस की बुरी हार के बाद ऑल इंडिया कांग्रेस के सभी महासचिवों को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था और पार्टी की कमान नए नेताओं के हाथ में सौंपी जानी चाहिए थी। सोनिया और राहुल को ब्रेक लेने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गांधी परिवार आराम के बाद फिर से वापसी कर सकेगा। बराड़ ने कहा कि वह जो भी कह रहे हैं, एक कांग्रेसी के तौर पर कह रहे हैं जिसने पार्टी के लिए कई सालों तक काम किया है।
सलाहकारों की आलोचना: सोनिया और राहुल के अलावा बराड़ ने पार्टी नेतृत्व के सलाहकारों पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्हें भी पद छोड़ देना चाहिए। बराड़ ने कहा कि ये सलाहाकार पार्टी कार्यकर्ताओं को नेतृत्व से बातचीत ही नहीं करने देते।
हार के लिए सामूहिक जिम्मेदारी: चुनाव में मिली हार के लिए बराड़ ने पूरी पार्टी के लिए सामूहिक जिम्मेदारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा मैं सिर्फ सोनिया और राहुल को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता। हर किसी को जिम्मेदारी लेनी होगी। वे भी जिम्मेदार हैं। मैं कह रहा हूं कि अगर कई सालों तक पार्टी का अध्यक्ष रहकर कोई दो साल के लिए ब्रेक लेता है तो उसमें कोई बुराई नहीं है। मैं कह रहा हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष ने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है और अगर वे दो साल के लिए अपना पद छोड़ती हैं तो वे ज्यादा स्वीकार्य होंगी।