
भोपाल | पिछले 1 महीने से आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार मिश्रा अपने पिता के शव के साथ पिछले एक महींने से रह रहे हैं, इस घटना की जानकारी तब लगी जब उनके घर के बहार तैनाट दो कांस्टेबल ने घर में से बदबू आने की बात कही, आईपीएस अफसर के घर में शव रखे होने की सूचना के बाद गुरुवार दोपहर पुलिस महकमे के एक अफसर आज दोपहर उनके घर गए थे। उन्होंने बताया कि राजेंद्र मिश्रा की बहन डॉक्टर हैं, उनके पिता की नब्ज चल रही है और वे उनका इलाज कर रही हैं। वहीं बदबूं आने जैसी किसी बात से पड़ोसियों ने इनकार किया है। वहीं इस मामले में गृहमंत्री बाला बच्चन कहा कि वो इस मामले में मुख्यमंत्री से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे। हलाकि राजेंद्र कुमार मिश्रा के पिता की मौत की पुष्टि भोपाल का नमी अस्पताल भी कर चूका हैं, अस्पताल ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर चूका हैं इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना हैं कि आईपीएस राजेंद्र कुमार मिश्रा 13 जनवरी को पिता को लेकर हॉस्पिटल आए थे। 14 जनवरी की शाम उनकी मौत हो गई। जिसका हमने डेथ सर्टिफिकेट भी जारी किया है। वही इस मामले में खुद राजेंद्र मिश्रा का कहना हैं कि 13 जनवरी को पिताजी बंसल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। उन्हें लंग्स इनफेक्शन था। 14 जनवरी की शाम डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद पिता को घर ले आए। पिता जीवित हैं, उनका आयुर्वेदिक उपचार चल रहा है। घर पर डॉक्टर उपचार करने आ रहे हैं। हालत बहुत सीरियस है, इसलिए वे उन्हें दिल्ली-मुंबई किसी बड़े हॉस्पिटल में ले जाने में असमर्थ हूं।
पूरी घटना की जानकारी लगने के बाद डीजीपी वीके सिंह ने एडीजी रैंक के अधिकारियों की टीम बनाई है। यह टीम आईपीएस राजेंद्र कुमार मिश्रा के बंगले पर पहुंचेगी। मौके की स्थिति और बातचीत के बाद पुलिस मुख्यालय इस मामले में कोई फैसला लेगा।