Tuesday, September 23

दो दिन में एनीकट के गेट बंद नहीं किए गए तो होगा आंदोलन

गंजबासौदा| बीना रिफायनरी को पानी देने को लेकर मामला बिगड़ता जा रहा हैं| जिला प्रशासन के निर्देश के बाद नगरपालिका के द्वारा महुआ घाट पर बने एनीकेट को खोल दिया गया था, जिसकी जानकारी लगते ही गंजबासोदा विधायक लेना जैन और नगर पालिका अध्यक्ष मधुलिका अग्रवाल स्वयं कर्मचारियों को लेकर एनीकट का गेट बंद कराने पहुंची थी। तब न.पा. कर्मचारियों ने गेट बंद कर दिए थे, लेकिन जिला प्रशासन ने फिर से गेट खुलवा दिए गेट खुलवाने के बाद जिला प्रशासन ने सख्त लहजे में हिदायत देते हुए कहा की फिर से गेट बंद किए गए तो उन पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिसके बाद नगर पालिका ने सर्व दलीय बैठक बुलाकर नागरिकों के सामने पक्ष रखते हुए एनीकट के गेट बंद न होने से रोज घट रहे जल स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए आगामी रणनीति पर विचार विमर्श किया। बैठक के दौरान नागरिकों और पार्षदों ने चेतावनी दी कि यदि दो दिन में एनीकट के गेट बंद नहीं किए गए तो सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सारी जवाबदारी जिला प्रशासन की रहेगी।

यह है पूरा मामला

बीना रिफायनरी में पानी की कमी के चलते पिछले दिनों सगड़ बांध से बेतवा में पानी छोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने कार्ययोजना बनाकर बीना रिफायनरी के लिए पानी पहुंचाया। इसके लिए कई नहरों का पानी रोका गया। जिससे नाराज होकर किसानो ने उग्र आंदोलन कर सड़कों पर जाम लगा दिया। इधर नगर पालिका नगर की जल आपूर्ति के लिए बेतवा नदी में महुआ घाट पर करीब नौ करोड़ की लागत से बनाए गए एनीकट के गेट खोलकर रोज पानी को बेतवा में छोड़ रही है। इससे एनीकट का जल स्तर तेजी से कम होता देख नपा को आने वाले दिनों में जल संकट का अंदेशा सताने लगा है। बता दे की जिले के जल स्त्रोतों में तेजी से घट रहे जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने स्वयं जिले को जल अभाव घोषित करते हुए ट्यूबबेल उत्खनन पर रोक लगा चुका है।