
नईदिल्ली | कल शुक्रवार को विजय माल्या ने एक ट्वीट कर कहा की बैंको ने दावा किया था की मैंने बैंक से 9000 करोड़ रूपए का कर्ज लिया था लेकिन मैं जब भी सुबह उठता हु तो पता चलता हैं की ऋण वसूली प्राधिकरण ने एक और संपत्ति अटैच कर दी है। आखिर न्याय कहां है और यह सिलसिला कब तक चलेगा।