ग्वालियर | मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही सबसे पहले किसानो का क़र्ज़ माफ़ करने की प्रक्रिया पूरी की गयी थी जिससे किसान वर्ग खुश हो रहा था लेकिन अब किसान क़र्ज़ माफ़ी में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं ऐसा ही कुछ कारनामा ग्वालियर के मेहगांव साख सहकारी समिति ने किया है। फर्जी ऋण वितरण करने के लिए पूरे नियम-कायदे ताक पर रख दिए। आदिवासियों को कर्जदार बनाकर उनके नाम से भी पैसे निकाल लिए गए। किसानों ने जो पैसा जमा किया, उस राशि का भी गबन कर लिया गया। आदिवासियों के पास न खेती की जमीन है न उन्होंने सहकारी समिति देखी है, वो तो सिर्फ खेतों में सालों से मजदूरी कर रहे हैं, लेकिन उनके ऊपर भी हजारों रुपए का ऋण निकला है।