नईदिल्ली | भारत और पकिस्तान की और से करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा हैं इस करिडोरट की नीव 2019 में दोनों देशो ने रखी थी, इस कॉरिडोर से सम्बंधित नियम व शर्तो का एक ड्राफ्ट पकिस्तान ने तैयार कर भारत सरकार को भेजा है पकिस्तान सरकार ने कहा हैं की करतारपुर कॉरिडोर के मसले को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने SAARC के डायरेक्टर जनरल को नियुक्त किया है, जो भारत से इस कॉरिडोर के हर पहलुओं की चर्चा करेंगे. पकिस्तान सरकार ने करतारपुर में दर्शन करने के लिए अपनी शर्ते भी रखी हैं जिसके अनुसार –
पाकिस्तान के पास कुछ ताकतें रहेंगी. इनमें किसी की एंट्री को बैन करना, किसी के रुकने के समय को कम करना या सुरक्षा कारणों से उसकी जांच करना जैसे मसले शामिल हैं.
रोजाना सिर्फ 500 सिख श्रद्धालुओं को ही करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान में आने दिया जाएगा
कॉरिडोर के जरिए गुरुद्वारे का दर्शन करने आएगा, उसके बारे में तीन दिन पहले ही जानकारियां देनी होंगी. जबतक उस व्यक्ति को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मंजूरी नहीं मिलती है तो उसे पाकिस्तान में नहीं आने दिया जाएगा.