पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय नौसेना के अब तक के सबसे बड़े विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य को देश को समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार दिल्ली से बाहर निकले मोदी पोत पर तैनात मिग-29 लड़ाकू विमान की कॉकपिट में भी बैठे और इस दौरान उन्होंने अपने सिर से टोपी उतारकर हवा में भी लहराई। मोदी ने पायलट से विमान के बारे में जरूरी जानकारियां भी लीं। इससे पहले मोदी गोवा के नजदीक दाबोलिम नेवी बेस पर पहुंचे, जहां से हेलिकॉप्टर में सवाह होकर वे आईएनएस विक्रमादित्य पहुंचे। विक्रमादित्य पर उनकी अगवानी के लिए नेवी चीफ आरके धोवन सहित नेवी के बड़े अधिकारी मौजूद थे। उनके साथ गोवा की सीएम मनोहर पर्रिकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित दोभाल भी थे। नौसैनिकों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत किसी को आंख दिखाने के पक्ष में नहीं है लेकिन हम किसी के आगे आंख भी नहीं झुकाएंगे। मोदी ने कहा सेना में वन रैंक वन पेंशन योजना लागू करने के साथ ही देश में युद्ध स्मारकों का निर्माण होगा। बदलते समय में देश की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं जिसमें नौसेना का महत्व बढ़ा है।