दमिशक। इस्लामिक चरमपंथियों की बर्बरता का नया मामला सामने आया। अज्ञात सीरियाई शहर में एक विद्रोही को उसके ही साथियों ने मारकर सूली पर चढ़ा दिया। कथित तौर पर संगठन के साथ विश्वासघात करने के आरोप में उसकी हत्या की गई है। तस्वीर में मृतक की टीशर्त पर खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं। उस पर पिछले कई सालों से जारी गृह युद्ध के दौरान बशर सेना की मदद के आरोप लगाए गए थे। तस्वीर में उसकी छाती पर एक पोस्टर भी लगा दिख रहा है, जिस पर लिखा है, सफाई एक सभ्य तरीका है, जो देश के प्रति आपके प्यार और नीतियों को दर्शाता है। इस नृशंस हत्या के पीछे कट्टरपंथी इस्लामिक समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट का हाथ बताया जा रहा है। आईएसआईएस को अलकायदा का समर्थन प्राप्त है और इसके लड़ाके पिछले कई सालों से मध्य पूर्वी देशों में आतंक फैला रहे हैं। इस निराशाजनक तस्वीर में एक बच्चे को वयस्क के कंधे पर बैठकर मोबाइल से तस्वीर खींचते हुए देखा जा रहा है। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि घटना किस जगह हुई है।
आईएसआईएस यानी इस्लामिस्ट स्टेट इन इराक एंड सीरिया की शुरूआत अप्रैल 2013 में हुई थी और इसे अलकायदा का समर्थन प्राप्त है। यह चरमपंथी संगठन खासतौर पर इराक और सीरिया में एक्टिव है। इस साल 3 फरवरी को अलकायदा इस संगठन से अलग होने की घोषणा कर चुका है। आईएसआईएस, सीरिया में बशर सेना के खिलाफ लडऩे वाले मुख्य जिहादी समूहों में से एक है।