Tuesday, September 23

ठंडे पेय पदार्थों के नाम पर बिक रहीं बीमारियां

saras-udaipur

कुरवाई। भीषण गर्मी के सीजन में प्रत्यक प्रमुख स्थान, गली चौराहे पर ठण्डा पेय सामग्री बेचने दुकाने लग गई हैं। इन दुकानों पर ठण्डे पेयपदार्थों के नाम पर बिना साफ सफाई गुणवत्ता का ध्यान रखे सेकरीन, वर्फ का अधिक उपयोग कर मनमापे दामों में बीमारियों का कारण बनने वाली सामग्री का विक्रय किया जा रहा है। ठण्डे पेय पदार्थों की निरंतर बढती मांग में सामग्री की क्वालिटी गिर रही है। गन्ना, आम का जूस अधिक से अधिक बेचने मुनाफा कमाने के फेर में इनमें क्या डाला जा रहा है। उपयोग करने वाले अनजान बने हुए हैं।
बासी सामग्री का विक्रय: होटलों पर गर्मी के भीड़ भाड़ वाले सीजन में स्वास्थ्य को हानी पहुंचाने वाली सफाई का विक्रय किया जा रहा है। पाउस, बाटल में पैक पानी एवं अन्य ठण्डे पदार्थों के नाम पर विक रही सामग्री का क्या स्तर है इसकी परवाह किए बिना लोग जमकर उपयोग कर रहे हैं।
गांव-गांव बि रही कुल्फी: पानी सेकरीन मिला कर ठण्डे के नाम पर बर्फ की रंग बिरंगी कुल्फी पन्नी में भरा पानी गांव-गांव विकने पहुंच रहा है। इसकी गुणवत्ता कैसी है। इनका उपयोग करने पर क्या बीमारियां हो सकती है बच्चे, ग्रामीण अनविज्ञ बने रहने से जमकर उपयोग के बाद खांसी, सर्दी, जुकाम, सिरदर्द, पेटदर्द और बुखार के शिकार हो रहे हैं।
जाच कारवाई का अभाव: होटल, सड़कों के किनारे लगी दुकानों पर ठण्डे या नास्ता सामग्री के नाम पर किस स्तर की सामग्री पानी बेचा जा रहा है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक इन सामग्री की जांच के प्रति स्थानीय प्रशासन स्वा.विभाग निरंतर उदासीन बना हुआ है। चाहे जैसी सामग्री बैचे जाने के कारण ही ग्रामीण भीषण गर्मी के दौर में मौसमी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
प्रिन्ट से अधिक दामों पर बिक्री: गर्मी के सीजन में ठण्डे पेयपदार्थों की बढ़ती मांग का बेजा लाभ उठाकर दुकानदारों द्वारा कोल्ड्रिंगस की बाटलें मनमाने दामों पर बेची जा रही हैं। सड़क किनारे चाहे जहां लगी दुकानों पर ठण्डे पेय पदाथ पीने वाले शोषण का शिकार हो रहे हैं। जांच कार्यवाही का अभाव बना रहने से स्वा. को नुकासान पहुंचाने वाले पदार्थों की बैखोफ बिक्री की जा रही है।