Saturday, October 18

INS अरिहंत ने पूरी की पहली गश्त प्रधानमंत्री ने दी बधाई

imagesसमंदर में अपनी पहली पेट्रोलिंग के बाद सोमवार को एटमी हथियार से लैस पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत स्वदेश लौट आया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  कहा की ‘‘इस प्रोजेक्ट में शामिल आईएनएस अरिहंत के क्रू मेंबर्स समेत सभी लोगों को मैं धन्यवाद देता हूं। यह दिन इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।’’ आईएनएस अरिहंत के सेना में शामिल होने से भारत अब तिहरे एटमी हमले का मारक जवाब दे सकता है. जमीन पर अग्नि मिसाइल, हवा में लड़ाकू विमान और जल में अरिहंत के माध्यम से भारत एटमी हमलों का जवाब आसानी से दे सकता है. पीएम मोदी ने कहा, ‘आईएनएस अरिहंत के कारण न्यूक्लियर ट्रायड हासिल करते हुए भारत एलिट देशों के साथ खड़ा हो गया है.’ रक्षा जानकारों के मुताबिक, एटमी हथियारों से लैस पनडुब्बी काफी महत्वपूर्ण हथियार है। यह पनडुब्बी समुद्र के किसी भी कोने से शहर को बर्बाद करने की क्षमता वाली मिसाइल छोड़ सकती है। साथ ही, इसकी काफी जल्दी डिटेक्ट भी नहीं किया जा सकता। ऐसे में आईएनएस अरिहंत दुश्मन देश के तटीय इलाके के करीब जाकर उन इलाकों पर हमला कर सकती है, जहां जमीन से छोड़ी जाने वाली मध्यम दूरी मिसाइलें आसानी से नहीं पहुंच पातीं।