Wednesday, October 22

भारत चाहे तो हिमालय भी नहीं रोक सकता हमारी दोस्ती; हम एक और एक दो नहीं, ग्यारह हैं: चीन

बीजिंग. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि भारत और चीन को अपने आपसी मतभेद भुलाकर अपने संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर देना चाहिए। संसदीय संत्र के दौरान सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में वांग ने कहा कि भारत और चीन को लड़ना नहीं चाहिए बल्कि साथ आकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि दोनों देश अपनी मानसिक रुकावटों को दूर करें, क्योंकि अगर हम साथ आ गए तो हिमालय भी हमारी दोस्ती के बीच नहीं आ सकता।” कठिनाइयों के बावजूद बढ़ रहे भारत-चीन संबंध

– 2017 में चीन और भारत के बीच पैदा हुए नए विवादों पर वांग ने कहा, “कुछ परेशानी और कठिनाइयों के बावजूद भारत और चीन के आपसी रिश्तों में सुधार हुआ है।”
– उन्होंने कहा, “चीन अपने अधिकारों और हितों का ध्यान रखने के साथ भारत के साथ अपने संबंधों को भी मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।”
– “चीनी और भारतीय नेताओं ने भविष्य में दोनों देशों के संबंधों को लेकर एक कूटनीतिक सोच बना ली है। चीनी ड्रैगन और भारतीय हाथी को आपस में लड़ना नहीं चाहिए बल्कि साथ आकर संबंध मजबूत करना चाहिए। अगर दोनों देश साथ आ गए तो एक और एक दो नहीं ग्यारह हो जाएंगे।”

– वांग ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय हालात तेजी से बदल रहे हैं और इस स्थिति में चीन-भारत को एक दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए ताकि, दोनों देशों के बीच शक और विवाद खत्म किए जा सकें। अगर हम एक दूसरे पर भरोसा करेंगे तो हिमालय भी हमारी दोस्ती को नहीं रोक सकता।”