गंजबासौदा शिवरात्रि पर नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के चलते सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी के लिए जहां पुलिस रहेगी, वहीं पांच थानों के ग्राम रक्षा समिति सदस्य और कोटवार भी मौजूद रहेंगे। देहात थाना प्रभारी हेमंत बर्वे ने बताया दो दिन उदयपुर में वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी। उदयपुर एक ऐसा कस्बा है, जहां मुख्य मार्ग बस्ती के बीच से निकला है, वहां वैकल्पिक या बायपास मार्ग नहीं है। भीड़ को देखते हुए यह प्रतिबंध 7 व 8 मार्च को लागू रहेगा।
इमरजेंसी में वाहन बासौदा से पठारी के लिए घटेरा से होकर चलाने की व्यवस्था की गई है। ऐसी ही व्यवस्था पठारी से बासौदा आने वाले वाहनों की रहेगी। बासौदा से आने वाले वाहनों को केवटन नदी के पास ही रोका जाएगा। पठारी और घटेरा से आने वाले वाहन घटेरा तिराहे से आगे नहीं बढ़ेंगे। श्रद्धालुओं को पैदल ही मंदिर तक जाना पड़ेगा।
भीड़ एक साथ प्रवेश द्वार तक न पहुंचे। मंदिर में परिसर की क्षमता अनुसार ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिले, इसके लिए मंदिर के चारों तरफ बेरिकेड्स लगाए गए हैं। घुमावदार बेरिकेड्स से होकर ही श्रद्धालुओं को भेजने की व्यवस्था की गई है, जिससे भीड़ नियंत्रण में रहे। मंदिर में तीन दरवाजे हैं। पूर्वी दरवाजे महिलाओं के लिए और उत्तरी दरवाजे से पुरुषों को बारी-बारी से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। दक्षिण दरवाजा श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के लिए रखा गया है।
अतिरिक्त बस सेवा एक दिन के लिए जारी की गई है। इसके अतिरिक्त निजी वाहन ऑटो भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध रहेंगे।
गर्भगृह प्रवेश बंद रहने से श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने टंकी रखी गई है। उसका जल मोटर से शिव लिंग तक पहुंचेगा। श्रद्धालु टंकी में जल डालेंगे। शिवलिंग पर चढ़ा रहने वाला पीतल का कवच बाहर रहेगा। उसका ही पूजन अभिषेक होगा।