Friday, September 26

पेंशन के वादे के पीछे का चुनावी गणित समझें और जानें कांग्रेस की रिपोर्ट

3829_manife

नईदिल्ली। कांग्रेस ने अपना चुनाव घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसमें सभी वर्गों का ख्याल रखते हुए वादे किए गए हैं। सबसे बड़े वादों में सबको पेंशन और मकान देने जैसी घोषणाएं हैं। कांग्रेस पिछले चुनाव में किए गए वादे भी पूरी तरह नहीं कर सकी है। इसलिए नए वादे किस हद तक पूरे होंगे, यह आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।
पेंशन योजना पर क्या है कांग्रेस की रणनीति?
सबको पेंशन देने के वादे के जरिए कांग्रेस चुनावों में बड़ा फायदा पाने की जुगत में है। दरअसल, अब तक सामने आए सर्वे के बाद पार्टी को पता चल चुका है कि इस बार हवा बीजेपी और उसके पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के पक्ष में है। तमाम सर्वे में युवा मतदाताओं ने मोदी को अपनी पहली पसंद बताया है। ऐसे में कांग्रेस ने वोटर्स के दूसरे धड़े यानी अधेड़ और बुजुर्ग मतदाताओं पर नजरें गड़ाईं हैं। ऐसे मतदाताओं की तादाद 70 फीसदी से ज्यादा है। इस बार चुनाव में पहली बार वोट देने वाले युवा वोटरों की तादाद 15 करोड़ के करीब है। दूसरी तरफ, कुल रजिस्टर्ड वोटर 82 करोड़ के करीब हैं। अगर इस 82 करोड़ में से युवा वोटरों और कुछेक और श्रेणियों को हटा भी दिया जाए तो अधेड़ और बुजुर्ग उम्र के वोटरों की काफी तादाद होगी। कांग्रेस इन्हीं वोटरों को साधने के लिए पेंशन योजना का खूब प्रचार कर रही है। वैसे, युवा मतदाताओं की भी उसने अनदेखी नहीं की है। निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण की बात कर उसने युवा मतदाताओं के बड़े वर्ग को भी लुभाने की कोशिश की है।
2009 के कांग्रेस के मेनिफेस्टो की प्रमुख बातें: खाद्य सुरक्षा का वादा: 100 दिन का रोजगार देने वाले लोकलुभावन कार्यक्रम मनरेगा की ही तरह यूपीए सरकार ने 2009 में देश की करीब 7 प्रतिशत आबादी को खाद्य सुरक्षा का वादा किया था। इसके तहत कम कीमतों पर चावल औ गेहूं मुहैया कराया जाता है। सरकार ने 2013 में इस वादे को पूरा कर दिया। सबके लिए हेल्थ सिक्योरिटी कांग्रेस ने पिछले मेनिफेस्टो की तरह इस बार भी हेल्थ सिक्योरिटी पर फोकस किया है और इसके लिए मिडिल क्लास के बीच पहुंच बनाने की कोशिश की है। लेकिन इस मामले में पिछली बार के कई वादे अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। सरकारी अस्पतालों की हालत अभी भी खस्ता है और जीडीपी का काफी कम हिस्सा हेल्थ सेक्टर के लिए खर्च किया जाता है।