Friday, September 26

बढ़ बोले दिग्गी क्या बचा पायेंगे विदिशा में अपनी साख

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विदिशा। देश की राजनीति में बढ़ बोल दिग्गी के नाम से मशहूर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने विदिशा के रूप में एक बड़ी चुनौती खड़ी दिखाई दे रही है विदिशा रायसेन संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के छोटे भाई को भाजपा की सुषमा स्वराज के मुकाबले खड़ा किया है।
विदिशा भाजपा का गढ़ माना जाता है वर्तमान में भाजपा की सुषमा स्वराज सांसद हैं जो पिछले चुनाव में लगभग पौंनेचार लाख वोटों से जीती थीं। पर क्षेत्र पर उनकी कमजोर पकड़ के चलते जीत का अंतर कम हो सकता है। हालांकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के भाई को टिकिट देकर दिग्वजय सिंह के लिए चुनौती खड़ी की है। क्योंकि चुनाव में सबसे पहले लक्ष्य होता है जीत और जीत प्रभावित होती है तो दूसरा लक्ष्य होता है कम से कम वोटों से हार हो। क्योंकि जीत का जितना प्रभाव पड़ता है उतना ही प्रभाव हार का भी पड़ता है। अब देखना यह है कि दिग्विजसिंह का जादू क्या विदिशा में काम कर पाएगा। क्योंकि दिग्विजय सिंह के साथ कुछ विवाद भी जुड़ें हैं। जैसे ही विदिशा से उनके अनुज लक्ष्मणसिंह की घोषणा हुई तो लोगों को दिग्विजय सिंह का मुख्यमंत्री वाला स्वरूप याद आ गया। और गंजबासौदा के लोगों को गौ हत्या की यादें ताजा हो गईं। पर अब वो बीते दिनों की बातें हो गईं। उसका कितना प्रभाव पढ़ेगा यह कहा नहीं जा सकता। दिग्विजय सिंह कुछ बोलते हैं तो उसका कुछ मतलब जरूर निकालना चाहिए। अब वह फरमाते हैं कि नरेन्द्र मोदी से ज्यादा अच्छी प्रधानमंत्री सुषमा स्वराज हो सकती हैं। इसका अर्थ समझ से परे हैं क्या दिग्विजय सिंह को लगने लगा है कि कांग्रेस की सरकार नहीं बन रही इसलिए अभी से सुषमा स्वराज को हाथ में ले लिया जाये इससे दो मतलब सिद्ध होंगे एक तो भाजपा में आपस में बैर बढ़ेगा और दूसरा अपने अनुज द्वारा चुनौती को चुनौती न मानी जाये सिर्फ रस्मअदायगी भर मानी जाए। क्योंकि यह वही लक्ष्मण सिंह हैं जो दिग्विजय सिंह के दस साल के शासन के बाद सत्ता परिवर्तन होते ही पिछले दरवाजे से भाजपा में रणनीति के तहत शामिल हो गए थे और फिर कांग्रेस में पहुंच गए। इसलिए दिग्गी कुछ बालते हैं तो जरूर कुछ न कुछ मतलब होता है। विदिशा में उनकी साख दाब पर लगी है। चुनौती जीत और हार कम करने की है। देखना अब यह है कि बढ़वोले दिग्गी का जादू विदिशा में चलेगा या फिर बढ़वोले ही बने रहेंगे।