टीहरा (बिलासपुर)। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन की निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा धंसने से टनल में पिछले करीब 230 घंटे से दो मजदूर फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए बड़े स्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। अपनी तरह का यह पहला बड़ा रेस्क्यू आॅपरेशन है जिसमें पिछले नौ दिन से बचावकर्मी दिन-रात मजदूरों िनकालने में लगे हुए हैं। बचाव कार्य अंतिम चरण में है। सिर्फ टनल की छत काटना बाकी है लेकिन िकसी न किसी िदक्कत की वजह से बचावकार्य में देरी हाे रही है।
शनिवार शाम को मशीन का हाइड्राे पाइप फटने से काम रुक गया। रविवार को पाइप सही किया तो एक अन्य पुर्जे में खराबी आ गई। इस कारण रविवार को भी दोनों मजदूरों को बाहर निकालने में सफलता नहीं िमल पाई।वहीं तेज बारिश ने भी बचावकर्मियों की परेशानी को बढ़ा दिया। टनल में भी कई फीट पानी भर गया है। देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध हिमाचल में लोगों का देवताओं पर खूब विश्वास है। उनका मानना है िक दैवीय प्रकोप के कारण ही रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए डीसी मानसी सहाय ठाकुर, मजदूरों के परिजनों व कर्मचारियों ने रविवार को मशीनों की पूजा की। साथ ही आसपास के मंदिरों में जाकर भी मजदूरों की सलामती की दुआ मांगी
