रतलाम(इंदौर). सीएमएचओ डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार रात तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। डॉ. शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने सैलाना विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ ड्रेसर के खिलाफ कार्रवाई के मामले को सेटल करने के एवज में पांच लाख रुपए मांगे थे।
डॉ. शर्मा के कस्तूरबा नगर स्थित घर के अंदर लोकायुक्त टीम की कार्रवाई चल रही थी, बाहर जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. शर्मा के विरोधी डॉक्टर आतिशबाजी कर खुशी मना रहे थे। लोकायुक्त टीम रात करीब 8 बजे सीएमएचओ डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा के निवास पहुंची थी। डॉ. शर्मा अपनी सफाई में बार-बार हाथ दिखाते रहे। उनका कहना था हाथ लाल नहीं हुए हैं। मैंने किसी से कोई रिश्वत नहीं ली है। दो घंटे की कार्रवाई के बाद लोकायुक्त टीम ने डाॅ. शर्मा कोे रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया और जमानत पर छोड़ दिया।
रुपए लेकर पहुंची थी ड्रेसर की डॉक्टर बेटी
प्लािनंग के तहत ड्रेसर की बेटी डॉ. ऋतु वर्मा ही रुपए लेकर सीएमएचओ के घर पहुंची थी। दरअसल सैलाना विकासखंड के चीराखांदन गांव में पिछले सप्ताह मलेरिया से दो बच्चों की मौत हो गई थी। 13 सितंबर को सीएमएचओ इस मामले की जांच के लिए चीराखांदन पहुंचे थे।
48 घंटे, 3 मुलाकातें, रिश्वत का मोल-भाव और कार्रवाई
रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार सीएमएचओ डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा को लोकायुक्त के जाल में फंसाने की कवायद सोमवार शाम से चल रही थी। 48 घंटे, 3 मुलाकातों के बाद कार्रवाई हुई।
ड्रेसर रूस्तम सिंह की बेटी ऋतु वर्मा ने सीएमएचओ के घर के लगातार चक्कर लगाए। सोमवार शाम ऋतु वर्मा अपने पिता को प्रकरण से बचाने के लिए सीएमएचओ डॉ. शर्मा से मिलने पंहुची थी। सीएमएचओ द्वारा रुपयों की मांग के बाद उसने लोकायुक्त को शिकायत की। मंगलवार दोपहर लोकायुक्त कार्यालय से उन्हें रिकॉर्डर उपलब्ध कराया। इसमें रिकॉर्ड बातचीत ही सीएमएचओ डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा के खिलाफ सबसे पुख्ता सबूत है। ऋतु वर्मा का कहना है कि उसके पिता सोमवार को ही 2 लाख रुपए सीएमएचओ को दे चुके थे फिर भी एफआईआर दर्ज हो गई
ड्रेसर रूस्तम सिंह की बेटी ऋतु वर्मा ने सीएमएचओ के घर के लगातार चक्कर लगाए। सोमवार शाम ऋतु वर्मा अपने पिता को प्रकरण से बचाने के लिए सीएमएचओ डॉ. शर्मा से मिलने पंहुची थी। सीएमएचओ द्वारा रुपयों की मांग के बाद उसने लोकायुक्त को शिकायत की। मंगलवार दोपहर लोकायुक्त कार्यालय से उन्हें रिकॉर्डर उपलब्ध कराया। इसमें रिकॉर्ड बातचीत ही सीएमएचओ डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा के खिलाफ सबसे पुख्ता सबूत है। ऋतु वर्मा का कहना है कि उसके पिता सोमवार को ही 2 लाख रुपए सीएमएचओ को दे चुके थे फिर भी एफआईआर दर्ज हो गई