Wednesday, September 24

छिंदवाड़ा में एक थाना ही बारूद के ढेर पर बैठा है

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झाबुआ के पेटलावद में हुए भीषण हादसे से मप्र की पुलिस अभी भी कोई सबक नहीं ले रही है। महाराष्ट्र की बाउंड्री से सटे पांढुरना शहर का थाना पिछले 8 महीनों से बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है, लेकिन पुलिस यहां मौजूद भारी भरकम डेटोनेटर को अभी ठिकाने ही नहीं लगा पाई है। इस थाने में इतना विस्फोटक भरा है कि पेटलावद से तीन से चार गुना बड़ा हादसा हो सकता है। थाने में करीब 1700 डेटाेनेटर, 600 जिलेटिन की छड़ें रखी हुई हैं। झाबुआ हादसे के बाद थाने के आसपास रह रहे लोगों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है। बारिश की गतिविधि बढ़ने से फिर से इलाके में नमी आ गई है, जिससे विस्फोट का खतरा और बढ़ गया है।6 फरवरी को शहर के जयस्तंभ चैक के समीप एक मकान से एटीएस नागपुर, एटीएस जबलपुर और छिंदवाड़ा पुलिस की संयुक्त टीम की कार्रवाई में विस्फोटक पदार्थों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया था। यह जखीरा ही अब लोगों के लिए सिर दर्द बन गया है। जब्ती के बाद से आज तक यह खतरनाक विस्फोटक जखीरा थाने के पुराने भवन के कमरें में रखा है। झाबुआ के पेटलावाद की घटना के बाद इन विस्फोटक की अनदेखी नही की जा सकती। हालांकि पुलिस ने इसे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया है।