Monday, September 22

माँ के गर्भ में ‘बुकिंग’ और फिर पैदा होते ही गिरोह करता था बच्चों की तस्करी

इंडोनेशिया । इंडोनेशिया की पुलिस ने बच्चों की तस्करी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो 2023 से अब तक कम से कम 25 नवजातों को सिंगापुर में बेच चुका हैं। पुलिस ने इस हफ़्ते पोंतियानाक और तांगरांग शहरों में इस गिरोह से जुड़े 13 लोगों को गिरफ़्तार किया और छह बच्चों को बचाया, जिन्हें तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था. ये सभी बच्चे क़रीब एक साल के हैं। पश्चिम जावा पुलिस के एक अधिकारी सुरावन ने  बताया, “इन बच्चों को पहले पोंतियानाक में रखा जाता था और फिर उनके इमिग्रेशन डॉक्यूमेंट तैयार कर उन्हें सिंगापुर भेजा जाता था।  पुलिस के मुताबिक़, इस गिरोह का तरीक़ा यह था कि वह ऐसे माता-पिता या गर्भवती महिलाओं को निशाना बनाते थे जो कथित तौर पर अपने बच्चे को पालना नहीं चाहते थे। संपर्क की शुरुआत सोसल मिडिया पर की जाती थी । पश्चिम जावा पुलिस अधिकारी सुरावन ने बताया, “कुछ बच्चों के मामले में गर्भ में ही सब कुछ तय कर लिया जाता था. जब बच्चा पैदा होता था, तो डिलीवरी का ख़र्च गिरोह उठाता था, फिर परिवार को मुआवज़े के तौर पर पैसा दिया जाता था और बच्चे को ले जाया जाता था।

फ़र्ज़ी दस्तावेज करते थे तैयार

पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में शामिल लोग अलग-अलग भूमिका निभाते थे- जैसे कुछ लोग ऐसे होते थे जो बच्चों को तलाशते थे, कुछ उन्हें रखने और उनकी देखभाल की व्यवस्था करते थे और कुछ लोग फ़र्ज़ी काग़ज़ात बनाते थे जैसे कि फ़ैमिली कार्ड और पासपोर्ट। बच्चों को उनकी माँओं से अलग करने के बाद, उन्हें दो से तीन महीने तक केयरटेकर के पास रखा जाता था. इसके बाद उन्हें जकार्ता और फिर पोंतियानाक ले जाया जाता था. यहां उनके जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज़ तैयार किए जाते थे। पुलिस ने बताया कि इन बच्चों को 11 लाख से 16 लाख इंडोनेशियाई रुपये (क़रीब 673 डॉलर से 1,000 डॉलर) में बेचा गया। गिरफ़्तार किए गए कुछ लोगों ने बताया कि गिरोह ने अब तक कम से कम 12 लड़के और 13 लड़कियाँ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेची हैं, ये बच्चे अलग-अलग ज़िलों और शहरों से लाए गए थे।