Monday, September 22

पाकिस्तान ने पर रातभर बरसाए गोला-बारूद, भारतीय सेना का एक जवान शहीद

भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाई पाकिस्तानी सेना मंगलवार रात से ही जम्मू कश्मीर के पुंछ और तंगधार इलाकों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी कर रही है। इस गोलाबारी में अब तक चार बच्चों समेत 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 43 अन्य घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह गोलाबारी भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद की गई।

अधिकारियों ने बताया कि पुंछ जिला गोलाबारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के नजदीक एक गुरुद्वारा साहिब को भी निशाना बनाया। हमले में अमरीक सिंह (गुरुद्वारे में रागी भाई) सहित अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह और रूबी कौर मारे गए हैं। इसके साथ ही अन्य कई लोगों की मौत हो गई। वहीं गोलाबारी से लोगों में दहशत फैल गई है और उन्हें भूमिगत बंकरों में शरण लेने या गांवों के भीतर ही सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर होना पड़ा। पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी इलाके में गोलाबारी की गई है। गोलाबारी से कई घरों और वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।

भारतीय सेना ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, जीओसी और व्हाइट नाइट कोर के सभी रैंक 5 एफडी रेजट के एल/एनके दिनेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जो 07 मई को पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के दौरान शहीद हो गए.

वहीं बारामूला जिले के उरी सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलाबारी में पांच नाबालिग बच्चों सहित 10 लोग घायल हो गए, जबकि राजौरी जिले में तीन अन्य घायल हो गए। कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई। दोपहर तक सीमा पार से गोलाबारी तीव्र रही तथा बाद में रुक-रुक कर जारी रही। यह गोलीबारी मुख्यत: पुंछ सेक्टर तक ही सीमित रही।

भारतीय सेना गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। बताया जाता है कि भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई में दुश्मन सेना की कई चौकियां नष्ट कर दीं और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में बुधवार को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।