श्रम संगठनों की एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल से आज देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ नई दिल्ली। देश के श्रमिक सगठनों द्वारा केंद्र सरकार की आर्थिक और श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आहूत देशव्यापी हड़ताल का बुधवार को व्यापक असर रहा और इससे अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है। उद्योग जगत की एक संस्था ने दिन भर की हड़ताल के कारण देश को 25,000 करोड़ रूपए के नुकसान का अनुमान लगाया है। क्योंकि रक्षा उत्पादन, बैंक, बीमा कं पनियां और डाक घर, खदानों, इस्पात उद्योग और बिजली क्षेत्र लगभग ठप-से हो गए थे। सरकार ने जहां इस हड़ताल को कमतर बताने की कोशिश की है, वहीं श्रमिक संगठनों ने इसे अभूतपूर्व रूप से सफल करार दिया है।