सिविल लाइन थाना से चंद कदम दूर की घटना, पुलिस वाहन देख आयुर्वेदिक अस्पताल के पास बच्चे को छोड़कर भागे बदमाश –
इन दिनों अपराधियों में खाकी का जरा सा भी खौफ नहीं है। वे थाने से चंद कदम की दूरी पर भी बड़ी वारदात को अंजाम देने का प्रयास करते हैं। ऐसा ही मामला सोमवार को सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुआ। थाने से महज कुछ दूरी पर स्थित केन्द्रीय विद्यालय के गेट से कक्षा 6 के छात्र का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया। गनीमत रही कि अपराधी बच्चे को कुछ दूर ले ही गए थे कि पुलिस वाहन आते दिखा और वे बच्चे को छोड़ भाग निकले। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्कूल गेट से बच्चे को जहां छोड़ा गया था उस स्थल तक मौका-मुआयना किया। पुलिस ने बताया, मुख्त्यारगंज स्वामी चौराहा निवासी प्रभात गुप्ता का 12 वर्षीय पुत्र हर्षित केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-2 में कक्षा 6वीं का छात्र है। सोमवार की सुबह स्कूल गया था। सुबह 10.30 बजे लंच हुआ तो वह स्कूल गेट के पास आकर खड़ा हो गया। इसी दौरान एक बदमाश आया और उसके मुंह में कपड़ा फंसा कर पैदल मास्टर प्लान की ओर ले जाने लगा। बदमाश लगभग 100 मीटर चला होगा कि सामने से पुलिस वाहन आते दिखाई दिया। इससे वह घबरा गया और बच्चे को सड़क पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। उसका साथी दूर खड़ा था। उसने जैसे ही देखा कि बच्चे को पकडऩे गया था साथी भाग रहा है, वह� भी भाग खड़ा हुआ।
जानकारी लेने में उलझी रही पुलिस
सूचना मिलने के बाद पुलिस का सबसे ज्यादा समय बच्चे से जानकारी एकत्रित करने में लग गया। पुलिसकर्मी घंटों बच्चे से पूछताछ करते रहे। इससे बदमाशों को भागने के लिए काफी समय मिल गया। पुलिस जब मास्टर प्लान कॉलोनी में पहुंची तो उसे कोई सफलता हाथ नहीं लगी। घटना के संबंध में कोई जानकारी देने वाला भी नहीं मिला।
मुंह पर था काला कपड़ा
छात्र ने बताया, बदमाश ने उसका मुंह काले रंग के कपड़े से बांध दिया था। इसके चलते वह चिल्ला भी नहीं पा रहा था। वह लगातार हाथ-पांव भी चला रहा था, ताकि कोई मदद कर सके, लेकिन कुछ न बोल पाने के कारण राहगीर भी नहीं समझ पा रहे थे।
स्कूल प्रबंधन की घोर लापरवाही
मामले में स्कूल प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है। छात्र हर्षित को बदमाश गेट के पास से मुंह पर कपड़ा डालकर उठा ले गए और किसी को पता तक नहीं चला। स्थिति यह रही कि पिता प्रभात उसे लेने स्कूल पहुंचे थे तो छात्र नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने गार्ड से पूछताछ की, लेकिन वह सही जवाब नहीं दे पाया। इसी दौरान छात्र रोता हुआ स्कूल पहुंच गया। उसने सारी बात अपने पिता को बताई। यह सुनकर वे थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।