Wednesday, September 24

धारा 370 हटने के बाद से कश्मीर जाना चाहते थे इंदौर के सुशील, पहलगाम में मिली दर्दनाक मौत

 आतंकी हमले में मारे गए इंदौर के सुशील नथानिएल (56) और परिवार के साथ आतंकियों ने बर्बरता की हदें पार कर दी। उन्होंने सुशील को घुटनों के बल बैठाकर धर्म पूछा, कहा- कलमा पढ़ो, नहीं पढ़ने पर गोली मार दी। बेटी आकांक्षा को भी गोली मारी। बुधवार शाम विमान से सुशील का शव लेकर परिजन इंदौर पहुंचे। पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा, बेटा आस्टिन सदमे में हैं। एयरपोर्ट पर सीएम डॉ. मोहन यादव, मंत्री तुलसी सिलावट ने सुशील को श्रद्धांजलि दी, परिवार को ढांढस बंधाया।

भाजपा व कांग्रेस के कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। रात 9.15 बजे एंबुलेंस से शव घर वीणानगर लाया गया। शव देखते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने कहा- पाकिस्तान को सबक सिखाओ। जेनिफर ने कहा, वे दोनों साथ थे। बेटा-बेटी कुछ दूरी पर थे। सुशील आतंकियों से मुझे बचाते आगे आए। तभी उन्हें गोली मार दी।

 बोलीं-बेटी आकांक्षा व बेटा ऑस्टिन कुछ दूर थे। तभी आकांक्षा को गोली लगी। सुशील आलीराजपुर में एलआइसी कार्यालय में पदस्थ थे। जेनिफर सरकारी शिक्षक हैं। बेटा बैडमिंटन खिलाड़ी, बेटी गुजरात के निजी बैंक में पदस्थ हैं।

 में जब कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किया गया था, तब सुशील बेहद खुश हुए थे। उन्होंने दोस्तों से कश्मीर जाने की इच्छा जाहिर की थी। वे पहली बार परिवार के साथ कश्मीर गए थे। लेकिन यह यात्रा सदमा दे गई।