अहमदाबाद/सूरत। पटेल आरक्षण को लेकर अहमदाबाद, सूरत और राजकोट समेत कई शहरों में बुधवार को भी हिंसक प्रदर्शन जारी रहा। अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक कांस्टेबल दिलीप राठवा भी शामिल है। 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सेना की पांच टुकडियों ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च भी किया। सीआरपीएफ, आरपीएफ और बीएसएफ की 133 कंपनियों को तैनात किया गया है।अहमदाबाद के नौ थाना क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। 13 साल में यह पहली बार है, जब शहर में कर्फ्यू लगा है। प्रधानमंत्री, सीएम आनंदीबेन पटेल, हार्दिक पटेल के अलावा विपक्ष व संत-महात्माओं ने शांति की अपील की। बावजूद इसके अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वापी, वलसाड़, बारडोली, नवसारी, भरूच में दिनभर हिंसक घटनाएं होती रहीं प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और मीडिया पर भी हमला किया और 14 पुलिस चौकियों को भी आग के हवाले कर दिया। एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड की गाडियों को भी निशाना बनाया गया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। अहमदाबाद में बंद का भी आह्वान किया गया। सूरत में लगभग 2500 हीरा कारखाने दिनभर बंद रहने के कारण करोड़ों रूपए का उत्पादन कार्य प्रभावित हुआ। राज्य में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। – See more at: http://w