Saturday, October 18

बांसवाड़ा के बाजार में 4 लाख के नकली नोट, सावधान! संदेह पर तुरंत पुलिस को बताएं, 11 आरोपी गिरफ्तार

सावधान! आपकी जेब तक पहुंच रहे नोट को एक बारगी ठीक से जांच लें। कहीं नकली नोट आप तक तो नहीं पहुंच गए, क्योंकि आनंदपुरी क्षेत्र में नकली नोट मिलने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। अब तक की कार्रवाई में पुलिस अंतराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 3,76300 रुपए के जाली नोट बरामद कर 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन 4 लाख रुपए अब भी बाजार में घूम रहे हैं।

ने आरोपियों के कब्जे से लेपटॉप, प्रिंटर व अन्य उपकरण बरामद किए। जांच में सामने आया कि आरोपी ने यूटयूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखा और गिरोह के जरिए नोट का लेन-देन किया। नकली नोट बाजार में पहुंच चुके हैं। नोतरे से लेकर शादी समारोह व अन्य आयोजनों में भी नकली नोट चलाए। नोट बाजार में खपाने में पूरा गिरोह सक्रिय रहा।

पुलिस की अब तक की जांच अनुसार करीब 8 लाख के नकली नोट प्रिंट किए गए। ऐेसे में अनुमान है कि बाजार में करीब 4 लाख से अधिक नकली नोट अब भी चलन में हैं। मुख्य आरोपी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। नकली नोट और ज्यादा होने की संभावना से पुलिस भी फिलहाल इनकार नहीं कर रही है।

आरोपी इतने शातिर हैं कि 100, 200 और 500 रुपए के नकली नोट छापे। इससे पता चलता है कि आरोपी कितनी कारस्तानी सीख गए थे कि तीनों ही प्रकार के नकली नोट आसानी से तैयार कर लिए।

आरोपियों ने करीब आठ लाख रुपए तक जाली नोट छापे। जिसमें से 376300 के नकली नोट बरामद किए गए है।

वॉटरमार्क : असली नोट में वॉटरमार्क में आमतौर पर महात्मा गांधी की छवि होती है और यह नोट के पारदर्शी भाग में दिखाई देता है।

धातु की धारा : असली नोट में एक सिक्योरिटी थ्रेड होता है, जो नोट के बीच से गुजरता है और इसमें कुछ शब्द या चित्र अंकित होते हैं।

रिलिफ्ट प्रिंट : असली नोट में कुछ जगहों पर उभरी हुई प्रिंटिंग होती है, जैसे महात्मा गांधी की छवि, नंबर, और अन्य प्रमुख हिस्सों में।