
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेशकर्ताओं द्वारा 900 करोड़ का निवेश किया जा रहा है। जिससे युवाओं को और अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। निवेशकर्ताओं द्वारा प्रदेश में निवेश किये जाने का कारण यह भी है कि प्रदेश में अपराधियों व माफिया पर नकेल कसकर आज भयमुक्त प्रदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।
महाकुंभ के बाद बढ़ी संभावनाएं, यूपी बना रोजगार का हब
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की सामर्थ्य क्या है ये देश दुनिया देख रही है। भारत की सामर्थ्य को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा विश्व 10 वर्ष से महसूस कर रहा है। विकास की नई ऊंचाई और नए भारत का दर्शन कर रहे हैं, जो भारत संस्कृति और समृद्धि का, विरासत-विकास का, आस्था-आजीविका के एक अद्भुत संगम को आगे बढ़ाकर एक नए भारत का दर्शन करा रहा है।
नए भारत में किसी के साथ भेदभाव नहीं, सुरक्षा सबको, समृद्धि सबको, आगे बढ़ने का अवसर सबको, लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं। 10 वर्ष पूर्व पीएम ने सबके साथ सबके विकास का उद्घोष किया था, जिसका बृहद स्वरूप अभी महाकुंभ प्रयागराज में देखने को मिला। 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु मां गंगा, यमुना सरस्वती की त्रिवेणी में 45 दिन के अंदर आए।
महाकुंभ ने आस्था के पांच कॉरिडोर दिए
महाकुंभ के आयोजन ने आस्था के पांच कॉरिडोर यूपी को दिए। पहला कॉरिडोर प्रयागराज से काशी, दूसरा प्रयागराज से अयोध्या होते हुए गोरखपुर, तीसरा प्रयागराज से लखनऊ, नैमिषारण्य, चौथा प्रयागराज से चित्रकूट कॉरिडोर और पांचवां महत्वपूर्ण कॉरिडोर प्रयागराज से आगरा, मथुरा, बरसाना, वृंदावन होते हुए शुक्रतीर्थ तक बना है।
सीएम ने उत्पादों की प्रदर्शनी भी देखी
सीएम ने कहा कि ये पंचतीर्थ सनातन की आस्था, भारत की आस्था के साथ आजीविका के साधन व आधार बने हैं। साढ़े सात हजार करोड़ खर्च करें और बदले में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की वृद्धि देखने को मिली। सीएम ने उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने उन्हें बांके बिहारी लाल की तस्वीर भेंट कीं।