Monday, September 22

झुंझुनूं में हवाई पट्टी तो है, लेकिन यहां छोटे प्लेन ही उतर सकते हैं। अब पर्यटकों को इंटर स्टेट ट्रैवल सुविधा प्रदान करने के लिए झुंझुनूं हवाई पट्टी को बड़े हवाई जहाज उतरने की योग्य बनाया जाएगा।

राजस्थान के झुंझुनूं जिलेवासियों की हवाई सेवा का सपना पूरा होगा। जिला मुख्यालय की हवाई पट्टी को अब ऐसा बनाया जाएगा कि जिससे यहां बड़े हवाई जहाज भी उतर सकें। इसके अलावा यहां हवाई जहाज उडाने वाले पायलट भी तैयार किए जाएंगे। बजट में सरकार ने झुंझुनूं की हवाई पट्टी को बड़े हवाई जहाज उतरने की योग्य बनाए जाने और यहां फ्लाइंग ट्रेंनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) स्थापित किए जाने की घोषणा की है। झुंझुनूं में हवाई पट्टी तो है, लेकिन यहां छोटे प्लेन ही उतर सकते हैं। अब पर्यटकों को इंटर स्टेट ट्रैवल सुविधा प्रदान करने के लिए झुंझुनूं हवाई पट्टी को बड़े हवाई जहाज उतरने की योग्य बनाया जाएगा। इससे बड़े उद्योगपतियों का आना जाना बढ़ेगा। वे यहां बड़ा उद्योग लगाने की सोचेंगे।
इसके अलावा झुंझुनूं में फ्लाइंग ट्रेंनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) स्थापित किया जाएगा। यह निजी क्षेत्र में खुलेगा, लेकिन इससे भी रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। हवाई जहाज चलाने की ट्रेनिंग अभी देश के प्रमुख शहरों में ही है, अब यह सुविधा झुंझुनूं में भी मिलने लगेगी।
बजट में नवलगढ़ में ट्रोमा सेंटर, महनसर को ग्रामीण पर्यटन योजना में शामिल किया गया है। झुंझुनूं में अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत शहरी पेयजल परियोजना के अंतर्गत जलापूर्ति के कार्य किए जाएंगे। झुंझुनूं में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत विशेष न्यायालय स्थापित किया जाएगा। शेखावाटी की हवेलियों का संरक्षण जैसी कई घोषणाएं की गई है, लेकिन उम्मीद के मुताबिक घोषणाएं नहीं होने लोगों को निराशा भी हाथ लगी है।