
किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा रही है। जगजीत सिंह पिछले 41 दिनों से पंजाब और हरियाणा सीमा (Punjab-Haryana border) पर स्थित खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी कानून (MSP Law) बनाने को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनकी तबीयत पहले ही खराब हो रही थी लेकिन खनौरी विरोध स्थल (Khanauri protest site) पर एक महापंचायत को संबोधित करने के बाद 24 घंटों में उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ा है। जीएफआर एक टेस्ट है जिससे गुर्दे की कार्यप्रणाली कैसा काम कर रही, इसका पता चलता है। इस टेस्ट से यह पता चलता है कि हर मिनट में गुर्दे के ग्लोमेरुलस से कितना खून गुज़रता है। ग्लोमेरुलस गुर्दे में मौजूद छोटे फ़िल्टर की तरह काम करते हैं, जो खून से अपशिष्ट को छानते हैं। ग्लोमेरुलर निस्पंदन शुद्धिकरण की प्रक्रिया है जिसके द्वारा गुर्दे रक्त से अपशिष्ट और अतिरिक्त पानी को मूत्र में फ़िल्टर करते हैं। उनके लीवर में भी दिक्कत पाई गई है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर डल्लेवाल अपना अनशन ख़त्म भी कर दें तो भी वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाएंगे। उन्हें शनिवार की शाम से लगातार उल्टियां हो रही हैं और बेचैनी महसूस हो रही है।