
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने इन चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर चिंता भी व्यक्त की। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आंतरिक मतभेदों और ईवीएम पर उठ रहे सवालों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावित वापसी की सराहना करते हुए, उन्होंने यह भी माना कि बाद के विधानसभा चुनावों में पार्टी को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष ने वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को और नांदेड़ से नवनिर्वाचित सांसद वसंतराव चव्हाण को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद कांग्रेस ने एक नई ऊर्जा के साथ वापसी की थी, लेकिन फिर तीन राज्यों के चुनावी नतीजे हमारी अपेक्षाओं के अनुसार नहीं रहे। इंडिया ब्लॉक ने चार में से दो राज्यों में सरकार बनाई, लेकिन हमारा प्रदर्शन उम्मीद से कम था। यह हमारे लिए एक चुनौती का संकेत है। हमें इन चुनावी नतीजों से सीखा हुआ पाठ तुरंत संगठन के स्तर पर लागू करना होगा और अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए कदम उठाने होंगे। ये नतीजे हमें एक संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब तक हम एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ेंगे, तब तक हम अपने विरोधियों को राजनीतिक शिकस्त कैसे दे सकते हैं? इसलिए, अनुशासन का पालन करना बेहद जरूरी है। हमें हर हाल में एकजुट रहना होगा। पार्टी के पास अनुशासन की शक्ति है, लेकिन हम नहीं चाहते कि हम अपने साथियों को किसी बंधन में बांधें। हम सभी को यह समझना होगा कि कांग्रेस पार्टी की जीत में ही हमारी व्यक्तिगत जीत है और हार में हम सभी की हार है। पार्टी की ताकत ही हमारी ताकत है।”