Monday, September 22

उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी दलों की निगाहें ओबीसी वोट बैंक पर टिकी हुई हैं। इस चुनाव में भाजपा ने 4 ओबीसी चेहरे तो सपा ने 3 पिछड़े वर्ग के उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा, सपा ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। सपा के पीडीए (पिछड़ा दलित व अल्पसंख्यक) कार्ड के सामने भाजपा ने ओबीसी कार्ड फेंका है। भारतीय जनता पार्टी ने 24 अक्टूबर को उपचुनाव वाली 9 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट भाजपा ने अपने सहयोगी रालोद के लिए छोड़ी है। कुंदरकी सीट पर रामवीर सिंह ठाकुर को उतारा गया है। रामवीर 2012 व 2017 में भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, मगर जीत नहीं पाए थे। गाजियाबाद भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव को गाजियाबाद सदर से प्रत्याशी बनाया है। अलीगढ़ की खैर सुरक्षित सीट से हाथरस के पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के पुत्र सुरेंद्र दिलेर को उतारा गया है।

समाजवादी पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव में 24 अक्टूबर को तीन और प्रत्याशी घोषित कर दिए। यूपी में अब सपा कांग्रेस के सहयोग से सभी नौ सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी। इन नौ सीटों पर सपा ने एक बार फिर पीडीए पर दांव लगाया है। सपा ने गाजियाबाद में सपा ने राज जाटव और अलीगढ़ की खैर सीट से चारू कैन को प्रत्याशी घोषित किया है। चारू कैन कांग्रेस की नेता हैं। कांग्रेस से वहां चुनाव लड़तीं तो उन्हें ही टिकट मिलता। अब वह सपा की प्रत्याशी हो गईं हैं।