
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर का पाकिस्तान ( Pakistan) दौरा खास है। वे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने इस्लामाबाद पहुंचे हैं। करीब 9 साल बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री का पाकिस्तान दौरा हुआ है, और इस बार माहौल पहले से कहीं ज्यादा गरमाया हुआ है। जयशंकर (Jaishankar) का यह दौरा खास तौर पर एससीओ सम्मेलन में भाग लेने के लिए है, जिसमें व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा हो रही है। हालांकि, भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि इस दौरे का उद्देश्य केवल एससीओ सम्मेलन ( SCO Summit 2024) है, और भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता (diplomatic relations) नहीं होगी। फिर भी, उनके पाकिस्तान पहुंचने से उम्मीदें जाग उठी हैं कि शायद इससे दोनों देशों के बीच जमी हुई बर्फ कुछ पिघल सके।
सम्मेलन के पहले दिन, जयशंकर और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ के बीच एक रात्रि भोज के दौरान हाथ मिलाने और संक्षिप्त बातचीत का दृश्य सामने आया। इससे पहले, 2015 में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था,लेकिन तब रिश्तों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया था। जब-जब भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर सवाल उठाता है, तब-तब पाकिस्तान कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का प्रयास करता रहता है।