One Nation One Election को मोदी कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद से ही देशभर की राजनीति गरमा गई है। सरकार के इस फैसले पर खामिया गिनाते हुए विपक्ष लगातार सवाल कड़े कर रहा है। इसी कड़ी में देशभर के अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की तरह मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बाद एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने वन नेशन, वन इलेक्शन के फैसले पर सवाल उठाए हैं। एक कार्यक्रम में शामिल होने इंदौर पहुंचे, दिग्विज ने मीडिया से चर्चा के दौरान मीडिया के समक्ष सवाल उठाते हुए कहा- ये फैसला देश के संघीय ढांचे और राज्यों की स्वायत्तता के लिए बड़ी चुनौती है।
चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘ये योजना तर्कसंगत नहीं। हमारे देश में अकसर राज्य सरकारें और केंद्र सरकारें अपने पूरे कार्यकाल तक नहीं चल पातीं। ऐसे में, अगर सभी चुनाव एक साथ कराए जाते हैं तो राज्यों की स्वतंत्रता और स्वायत्तता खतरे में पड़ सकती है।
दिग्विजय ने फैसले के व्यावहारिक पहलुओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘देश के कई हिस्सों में अलग-अलग समय पर राजनीतिक स्थितियां बदलती रहती हैं। राज्य सरकारें अक्सर स्थानीय मुद्दों के आधार पर अपना कार्यकाल पूरा तक नहीं कर पातीं। अगर एक साथ चुनाव होते हैं तो तो राज्यों के लिए अपनी स्थानीय प्राथमिकताओं को प्राथमिकता देना मुश्किल हो जाएगा।’