कश्मीर का दिल कहे जाने वाले लाल चौक विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। यहां देखने में सब कुछ सामान्य सा लगता है पर है नहीं। लाल चौक पर्यटकों से गुलजार है। चप्पे चप्पे पर तैनात सुरक्षा कर्मी अतिरिक्त सतर्कता बरतने की ओर इशारा कर रहे हैं। चुनावी पोस्टर, बैनर, झंडियां नजर नहीं आ रहीं। मतदाता दिल की बात कहने से बच रहा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का पहला चरण सम्पन्न होते ही राजनीतिक दलों ने दूसरे चरण के लिए ताकत झोंक दी है। खौफजदा लेकिन शांत माहौल में यहां का आवाम किस पार्टी के नुमाइंदे को विधानसभा पहुंचाएगा, फिलहाल कहा नहीं जा सकता।
यह विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए खास है क्योंकि भाजपा ने कश्मीर की जिन 19 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, उनमें लालचौक भी शामिल है। नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और अपनी पार्टी के उम्मीदवारों सहित कुल दस प्रत्याशी यहां राजनीतिक भाग्य आजमा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा प्रत्याशी के लिए यहां रैली कर चुके हैं। रैली में बाद शहर की सियासी तासीर जानने के लिए मैंने लाल चौका का रूख किया तो लोग बातचीत करने से बचते नजर आए। नाश्ते की दुकान पर अतहर चर्चा के लिए राजी हुए तो वे कश्मीर पर राज करने वाले अब्दुल्ला और मुफ्ती खानदान पर बरस पड़े। कहने लगे, उनके शासन में हड़ताल होती थी।, गोलियां चलतीं थी।