राजधानी जयपुर में इतना पानी बरस रहा है कि 26 साल के बाद सूखी नदी में पानी आया है। कानोता क्षेत्र से होकर गुजरने वाली ढूंढ कई सालों से सूखी थी। नदी के बहाव क्षेत्र में कई जगहों पर अतिक्रमण तक हो गया था। लेकिन अब वहां पानी आ रहा है और पानी की आवक लगातार जारी है। मंगलवार शाम के बाद से पानी निरंतर बढ़ रहा है और कानोता बांध तक पहुंच रहा है। बांध पर पहले ही कई दिनों से चादर चल रही है। वर्तमान में बांध पूरी तरह से डूब चुका है और बांध से छइ इंच उपर तक चादर चल रही है।
जयपुर – आगरा हाइवे से होकर गुजरती है नदीए पानी देखने के लिए पुलिया जाम हो रही
ढूंढ नदी जयपुर . आगरा नेशनल हाइवे से होकर गुजरती है। नदी का अंत कानोता बांध पर जाकर होता है। कानोता थाने से पहले कानोता पुलिया बनी हुई है जो कि नदी के उपर बनी हुई है। पुलिया के नजदीक ही मोक्षधाम भी है और मोक्षधाम के नजदीक ही कुछ कच्चे अतिक्रमण भी किए गए हैं। सूखी होने के कारण इसी नदी के एक हिस्से में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना भी चल रही है। इस ट्रीटमेंट प्लांट में पूरे आगरा रोड क्षेत्र का सीवरेज जाएगा और वहां से पानी ट्रीट होकर खेती एवं अन्य कामों में लिया जाएगा। नदी में पानी इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि उसे देखने के लिए पुलिया पर ही वाहन चालक गाड़ियां रोक रहे हैं। हालात अब ये हो गए हैं कि पुलिस को तैनात किया गया है। नदी में पानी आने से बहाव क्षेत्र में मजदूर परिवारों की झोपड़ियां जलमग्न हो गई। नदी क्षेत्र में बने तीन कुओं के जलमग्न होने से कानोता में पीएचईडी द्वारा की जाने वाली पेयजल सप्लाई ठप हो गई है। नदी में पानी की आवक होने से कुएं व स्टार्टर डूब गए है। नदी के आसपास लोगों की लापरवाही के चलते हादसा होने की संभावना है।