Monday, September 22

पेरिस ओलंपिक 2024 में प्यूर्टो रिको के पहलवान को पटखनी देकर भारत के युवा रेसलर अमन सहरावत ने कांस्‍य पदक जीता है। इसके साथ ही महज 11 साल की उम्र में माता-पिता को खो देने वाले अमन सहरावत ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारत के सबसे युवा मेडलिस्‍ट भी बन गए हैं।

21 वर्षीय युवा पहलवान अमन सहरावत ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार रात पेरिस ओलंपिक में भारत को कुश्ती में कांस्य पदक दिलाया है। यह पेरिस ओलंपिक में भारत का कुश्ती में पहला पदक है। पहली बार ओलंपिक खेलों में शिरकत कर रहे अमन पुरुष वर्ग में एकमात्र भारतीय चुनौती बचे थे। अमन ओलंपिक इतिहास में पदक जीतने वाले भारत के आठवें पहलवान बने। इसके साथ ही अमन सहरावत ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारत के सबसे युवा मेडलिस्‍ट भी बन गए हैं।

पिता ने दुनिया छोड़ने से पहले ही अमन का दखिला छत्रसाल स्‍टेडियम में कराया था

बता दें कि अमन ने महज 11 साल की उम्र में ही माता-पिता को खो दिया था। पिता ने दुनिया छोड़ने से पहले 2013 में ही अमन को छत्रसाल स्टेडियम में दाखिला दिलाया था। शायद उन्‍हें पता था कि एक दिन उनका बेटा देश के लिए बड़ी उपलब्धि हासिल करेगा। अमन देश के लिए मेडल जीतने के बाद बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता भी यही चाहते थे कि मैं रेसलर बनूं। हालांकि उन्हें ओलंपिक के विषय में कुछ नहीं पता था, लेकिन वे मुझे रेसलर बनते देखना चाहते थे।

डारियन क्रूज को 13-5 के अंतर से दी पटखनी

अमन के इस पदक ने विनेश फोगाट के साथ हुए विवाद पर मरहम का काम भी किया। इसी के साथ ही पेरिस ओलंपिक में भारत के कुल पदकों की संख्या छह पहुंच गई है। हरियाणा के झज्जर निवासी अमन ने 57 किग्रा वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टो रिको के पहलवान डारियन क्रूज को 13-5 के अंतर से पटखनी दी।