चाय उत्पादक भारी मात्रा में कीटनाशकों Pesticides का इस्तेमाल करते मिले हैं और प्रयोगशाला 35 से 40 से अधिक यौगिकों या रसायनों का विश्लेषण करेगी। कीटनाशकों की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पाई गई।
कॉटन कैंडी, गोभी मंचूरियन, कबाब, और गोलगप्पे Cotton Candy, Gobi Manchurian, Kebabs, and Golgappas के बाद अब चाय Tea के भी असुरक्षित होने के संकेत मिले हैं। जांच के लिए नमूने लेने के साथ स्वास्थ्य विभाग और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार प्रसंस्करण के दौरान चाय की पत्तियों tea leaves और चूर्ण में भारी मात्रा में कीटनाशक और सेहत के लिए खतरनाक रंग मिलाए जाने के प्रमाण मिले हैं।
Food Safety and Standards Authority of India के अनुसार खाने-पीने की दुकानों में रोडामाइन-बी और कारमोइसिन Rhodamine-B and Carmoisine जैसे खाद्य रंग एजेंट के इस्तेमाल की बात पहले ही सामने आ चुकी है। कार्रवाई भी हुई है। चाय के मामले में कीटनाशक, उर्वरक और रंग Pesticides, fertilizers and Colour सेहत को खतरे में डाल सकते हैं। कैंसर तक हो सकता है।
कीटनाशकों की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें चाय उत्पादक भारी मात्रा में कीटनाशकों Pesticides का इस्तेमाल करते मिले हैं और प्रयोगशाला 35 से 40 से अधिक यौगिकों या रसायनों का विश्लेषण करेगी। कीटनाशकों की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पाई गई। इसीलिए यह अभियान चलाया जा रहा है।