इंदौर. महेश्वर से मांडू होते हुए इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। तेवर सख्त। वीआईपी लाउंज में पहुंचते ही आईजी, डीआईजी, दोनों एसपी, सीएसपी और प्रभारी कलेक्टर को तलब किया। पूछा- ये क्या चल रहा है इंदौर में? लगातार आपराधिक वारदातें बढ़ रहीं है।
इंदौर को लेकर मुझे अच्छी इमेज नहीं मिल रही। मुझे कई लोगों ने फोन कर इंदौर की स्थिति पर चिंता जताई है। प्रदेश के बाहर से लोग फोन कर रहे हैं कि आखिर इंदौर में ये हो क्या रहा है? फिर बोले-मुझे रिजल्ट चाहिए। गुंडों को किसी भी सूरत में न बख्शें। उनमें पुलिस की दहशत दिखना चाहिए।
जनता परेशान न हो इस बात का खास ध्यान रखते हुए आप अपना एक्शन बदलें… सख्ती लाएं। (थोड़ा रुककर बोले) गुंडों पर नकेल कसने के लिए मुझसे क्या चाहिए? फ्री हैंड दे रखा है। किसी अफसर को बदलना है तो वह बताओ? मैं उसे हटा देता हूं। बल की कमी है तो उसे भी पूरा करूंगा लेकिन मुझे बदलाव चाहिए। गुंडागर्दी कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा।
सीएम की बात खत्म होने के बाद जब अफसरों ने अपना पक्ष रखना चाहा तो शिवराज बोले- पुलिसिंग कैसे होनी चाहिए ये आप लोगों को बताने की जरूरत नहीं है। गुंडों पर नकेल कसने के लिए आप लोगों को मेहनत करनी पड़ेगी।
इसी दौरान चाय-नाश्ता लेकर कर्मचारी आया तो मुख्यमंत्री झल्लाए। कहा-अभी मैं अफसरों से बात कर रहा हूं, इसकी कोई जरूरत नहीं है। इसके बाद वे 5.05 बजे गुस्से में ही वीआईपी लाउंज से बाहर निकल आए। यहां से वे शहर के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।