Saturday, September 27

पीएम मोदी को सुनने चार किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे घाटी के लोग, महिलाओं में दिखा उत्साह

जैसे-जैसे गर्मी तीखी होती गई, उधमपुर शहर से दस किलोमीटर दूर वालियां स्थित मोदी ग्राउण्ड में लोगों की भीड़ बढ़ती गई। यहां पीएम मोदी की रैली से लिए एक एकड़ क्षेत्र में बनाए पंडाल में करीब एक लाख लोगों के लिए लाल रंग की कुर्सियां लगाई गई। पंडाल को तीन भागों में बांटा गया था। सुबह 9 बजे से लोगों का यहां पहुंचना शुरू हो गया। उनके वाहनों को चार किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। ऐसे में लोग पैदल ही सभा स्थल तक पहुंचे।

रैली के चलते श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों का मार्ग बदलना पड़ा। उधमपुर शहर में हर सौ मीटर पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल तैनात नजर आया। सडक़ के दोनों ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पोस्टर और कटआउट लगे हुए दिखे। टेंट में ‘मैं हूं मोदी का परिवार’ लिखी टी शर्ट, नरेन्द्र मोदी के चेहरे जैसे मुखौटे और केसरिया रंग की टोपियां बांटी गईं। जम्मू और उधमपुर लोकसभा क्षेत्र के उधमपुर, रियासी, जम्मू, कठुआ, डोडा, सांबा, रामबन जिलों के लोग रैली में आए। तीन स्तर की सुरक्षा जांच के बाद लोग पंडाल में पहुंचे। मंच से बार-बार घोषणा होती रही कि मोदी आने वाले हैं। गर्मी बढऩे के साथ ही पंडाल में नारों का शोर भी बढ़ गया। अब की बार, मोदी सरकार। अबकी बार, चार सौ पार। हर-हर मोदी, घर-घर मोदी के नारों में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने जोश दिखाया।

पीएम मोदी के आते ही जय श्रीराम नारों से गूंज उठा पंडाल

दस बजकर पचास मिनट पर मैदान के पास हरे भरे पहाड़ों की तलहटी में जैसे ही वायुसेना का हेलिकॉप्टर उतरा तो पंडाल में अबकी बार मोदी सरकार के नारों गूंजे। इस बीच उधमपुर-कठुआ और जम्मू से लोकसभा प्रत्याशी डॉ. जितेन्द्र सिंह और जुगलकिशोर भी मंच पर आ गए। पीएम मोदी के मंच पर आते ही पंडाल जय श्रीराम, जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। जम्मू कश्मीर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवीन्द्र रैना ने केसरिया रंग की डोगरा पगड़ी पहनाकर मोदी का स्वागत किया। महिलाओं के समूह ने प्रधानमंत्री को शॉल ओढ़ाई।

मोदी की गांरटी पूरी हुई- पीएम

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के स्वागत भाषण के बाद जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी उद्बोधन के लिए आए तो मोदी…मोदी..के नारे लगे। मोदी का उद्बोधन करीब पैंतीस मिनट चला। मोदी ने जम्मू-कश्मीर को वापस राज्य का दर्जा देने और जल्द विधानसभा चुनाव कराने का भरोसा दिया। इस पर लोगों ने तालियां बजाकर उनकी बात का स्वागत किया। मोदी के संबोधन की शुरुआत और समापन माता वैष्णो देवी के जिक्र से हुआ। वे 2014 की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए बोले, माता के दर्शन के बाद गारंटी दी थी कि जो साठ साल से हो रहा है, उससे मुक्ति दिलाउंगा। गांरटी पूरी कर दी है। मोदी जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने, राम मंदिर बनाने और घाटी में शांति बहाली का श्रेय लेते हैं, लेकिन महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, किसानों के मुद्दों पर कुछ नहीं बोले। उन्होंने भाषण का समापन जनता से यह अपील करते हुए किया कि आप मेरी तरफ से माता वैष्णो देवी के दरबार में जाएं। मत्था टेेकें। मेरी तरफ से माफी मांगें कि मैं माता के दर्शन को आ नहीं पाया।

प्रत्याशियों की जगह मोदी को तरजीह

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में आए लोगों का मानना है कि इस बार का चुनाव केवल मोदी के नाम पर लड़ा जा रहा है। पिछले दस साल में कराए गए कार्यों का फायदा मिलेगा। उधमपुर के श्रवण मल्होत्रा अब की बार चार सौ पार की बात कहते हुए बोले, भाजपा प्रत्याशी के लिए मोदी का नाम ही काफी है। रामबन से आए उत्तम सिंह भी श्रवण की बात का समर्थन करते हुए बोले, मोदी अच्छी योजनाएं लाए हैं और गरीबों तक पहुंच रही हैं। दिल्ली से किसानों के खाते में सीधे पैसे जमा हो रहे हैं।

रैली से पहले हुआ प्रचार

रैली में आए रियासी के फारूख अहमद और मोहम्मद अकबर ने बताया कि भाजपा की ओर से तहसील स्तर तक का रैली का प्रचार किया गया। रैली में आने के सवाल पर फारूख बोले, पत्थरबाजी बंद होने से अमन कायम हुआ है। सांबा के करनैल सिंह कहते हैं, चुनाव में मोदी के नाम का असर है। उधमपुर की बलजीत कौर ने कहा,चुनाव के केन्द्र में मोदी ही छाए हुए हैं।